चूरू: चार दिन में दो सड़क हादसे, आर्मी और बीएसएफ जवान भाइयों की दर्दनाक मौत
चूरू जिले में चार दिनों के भीतर हुए दो भीषण सड़क हादसों ने एक ही परिवार के दो बेटों को छीन लिया। बीएसएफ में तैनात बड़ा भाई 26 फरवरी को सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया, जबकि आर्मी में तैनात छोटा भाई 2 मार्च की रात सड़क हादसे में अपनी जान गंवा बैठा। इन घटनाओं से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

पहला हादसा: बीएसएफ जवान की मौत
सदर थाना क्षेत्र के गरवा गांव निवासी 35 वर्षीय देवी सिंह शेखावत, जो सीमा सुरक्षा बल (BSF) में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे, छुट्टी पर अपने गांव आए हुए थे।
25 फरवरी को वह अपनी मौसी की बेटी की शादी का निमंत्रण देने झुंझुनूं जिले के बगड़ गए थे। शादी का कार्ड बांटने के दौरान, उनकी बाइक को सामने से आ रही एक तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मार दी। इस हादसे में देवी सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
उनकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, लेकिन इसके महज चार दिन बाद ही परिवार को एक और बड़ा सदमा सहना पड़ा।
दूसरा हादसा: आर्मी जवान की दर्दनाक मौत
अपने बड़े भाई देवी सिंह की मृत्यु के कारण धर्मेंद्र सिंह ने छुट्टी लेकर गांव आने का फैसला किया। धर्मेंद्र सिंह भारतीय सेना की 10 राष्ट्रीय राइफल्स (RR) बटालियन में तैनात थे।
2 मार्च की रात, धर्मेंद्र सिंह अपने ससुराल घंटेल से लौट रहे थे। उनके साथ उनका भतीजा भानु प्रताप भी था। रात करीब 9:30 बजे, जब वे घंटेल और गासर के बीच सड़क पर थे, तभी अचानक एक नीलगाय सामने आ गई।
नीलगाय को बचाने के प्रयास में धर्मेंद्र सिंह की कार अनियंत्रित हो गई और एक पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में धर्मेंद्र सिंह और भानु प्रताप गंभीर रूप से घायल हो गए। तुरंत ही उन्हें एंबुलेंस से डीबी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले जाया गया।
डॉक्टरों ने धर्मेंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया, जबकि भानु प्रताप का इलाज जारी है। इस घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
गांव में पसरा मातम, परिवार गहरे सदमे में
चार दिनों में घर के दो जवान बेटों को खोने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं और पूरे गांव में शोक का माहौल है। धर्मेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में गांव के लोग और सेना के जवान शामिल हुए।

ग्रामीणों का कहना है कि एक ही परिवार के दो युवकों की इस तरह असमय मौत से पूरे गांव में गम और मातम का माहौल है। परिजनों के अनुसार, घर के सबसे बड़े बेटे की मौत के सदमे से उबर भी नहीं पाए थे कि छोटे बेटे की मृत्यु की खबर आ गई।
पुलिस की कार्यवाही और अपील
सदर थाना प्रभारी बलवंत सिंह ने बताया कि पुलिस ने दोनों मामलों में आवश्यक कानूनी कार्यवाही पूरी कर ली है। उन्होंने लोगों से सड़क पर सावधानी बरतने और विशेष रूप से रात के समय वाहन चलाते समय सतर्क रहने की अपील की।
निष्कर्ष
चार दिनों में एक ही परिवार के दो जवान बेटों की सड़क हादसे में मौत से चूरू जिला शोक में डूबा हुआ है। यह दर्दनाक घटनाएं सड़क सुरक्षा और सतर्कता की जरूरत को उजागर करती हैं। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।