Jhalko Rajasthan | बीकानेर: बीकानेर में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। साइबर ठगों के गिरोह में एक कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा के शामिल होने की खबर से शहर में सनसनी फैल गई है। बताया जा रहा है कि युवती गिरोह के निर्देश पर फर्जी खातों से पैसे निकालकर मुख्य सरगना तक पहुंचाने का काम करती थी।

कैसे सामने आया मामला?
बीकानेर साइबर थाना पुलिस ने गिरोह की गतिविधियों पर नज़र रखते हुए जांच शुरू की थी। पुलिस को एक बैंक के सीसीटीवी फुटेज से अहम सुराग मिला, जिसमें दो युवकों और एक युवती को पैसे निकालते हुए देखा गया। फुटेज के आधार पर पुलिस ने युवती की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार युवती खेतेश्वर बस्ती निवासी बताई जा रही है, जो बीकानेर के एक कॉलेज में सेकंड ईयर की छात्रा है। युवती ने पूछताछ में दावा किया कि वह अनजाने में इस जाल में फंस गई थी। उसके मुताबिक, पहले उसे ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर पैसे कमाने का लालच दिया गया और फिर फर्जी बैंक खाता खुलवाकर उसके जरिए रकम निकाली गई।
पुलिस ने दो और युवकों को भी पकड़ा
पुलिस ने इस मामले में श्याम सुंदर विश्नोई और लक्ष्मण सिंह नामक दो अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान लक्ष्मण सिंह ने बताया कि करीब 20 दिन पहले वह रोडवेज बस स्टैंड के पास एक बैंक से पैसे निकालने गया था। बैंक के सीसीटीवी फुटेज से ही पूरी साजिश का पर्दाफाश हुआ।
युवती का काम: बैंक से नकदी निकालना और सरगना तक पहुँचाना
जांच में सामने आया कि युवती का मुख्य काम बैंक खातों से फर्जी तरीके से रकम निकालना और उसे गिरोह के मुख्य सरगना तक पहुंचाना था। पुलिस का कहना है कि युवती गिरोह के निर्देश पर ‘कूरियर गर्ल’ की तरह रकम एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाती थी।
साइबर थाना प्रभारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खान मोहम्मद के अनुसार, युवती को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है। कोर्ट से युवती का रिमांड भी लिया गया है ताकि पूछताछ के दौरान गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी मिल सके।
गिरोह का मास्टरमाइंड प्रमोद बिश्नोई
पूछताछ में युवती ने मुख्य सरगना के रूप में प्रमोद बिश्नोई का नाम लिया है। प्रमोद बीकानेर के राशि गांव का निवासी है और साइबर ठगी के इस गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस प्रमोद बिश्नोई की तलाश कर रही है।
इसके अलावा, गिरोह में सागर पांचू गांव का निवासी उगमाराम जाट भी शामिल है। पहले ये दोनों साझेदार थे, लेकिन अब अलग-अलग गिरोह चला रहे हैं। बताया जा रहा है कि उगमाराम वर्तमान में मुंबई पुलिस की गिरफ्त में है और जेल में बंद है।
प्रशासन की चेतावनी
पुलिस और प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि अगर उन्हें किसी प्रकार की साइबर ठगी से जुड़ी कोई जानकारी मिले या फिर कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है।

निष्कर्ष
बीकानेर में साइबर ठगी का जाल दिन-ब-दिन फैलता जा रहा है। अब कॉलेज छात्राएं भी इस अपराध में शामिल पाई जा रही हैं, जो कि समाज के लिए बेहद चिंताजनक संकेत है। झलको राजस्थान की तरफ से जनता से अपील है कि सतर्क रहें और किसी भी तरह की साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाएं।
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