होली पर पुलिस का बहिष्कार, प्रमोशन और सुविधाओं की अनदेखी बनी बड़ी वजह
राजस्थान पुलिस के जवानों ने इस साल होली का बहिष्कार कर दिया। जयपुर से लेकर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पुलिसकर्मियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। इस विरोध के पीछे मुख्य कारण समय पर प्रमोशन न मिलना और सुविधाओं में कमी बताई जा रही है।

पुलिसकर्मियों की नाराजगी की वजहें
- प्रमोशन में देरी: राजस्थान पुलिस कांस्टेबल से इंस्पेक्टर तक के प्रमोशन में 14 वर्षों से कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। कई पुलिसकर्मी बिना प्रमोशन के ही रिटायर हो रहे हैं।
- भत्तों में बढ़ोतरी नहीं: पुलिसकर्मी लगातार मांग कर रहे हैं कि उनके मैस भत्ते और अन्य सुविधाओं में सुधार किया जाए, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
- अधिक काम का दबाव: राजस्थान में पुलिसकर्मियों की संख्या जनसंख्या के अनुपात में कम है। इससे उन्हें लगातार 18-20 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ती है, जिससे मानसिक और शारीरिक तनाव बढ़ता है।
- ठेके पर पुलिस भर्ती: कांस्टेबल और ड्राइवर पदों पर ठेके पर भर्ती की जा रही है, जिससे स्थायी पुलिसकर्मियों के भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।
जयपुर पुलिस लाइन में भी विरोध, मीडिया को अंदर जाने से रोका
जयपुर पुलिस लाइन में इस बार पुलिसकर्मियों ने होली उत्सव का बहिष्कार किया। हर साल होली के बाद पुलिसकर्मियों के लिए विशेष आयोजन किया जाता था, लेकिन इस बार वहां सन्नाटा पसरा रहा। जब मीडिया ने पुलिसकर्मियों से इस पर सवाल किए, तो उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया।
रिटायर्ड पुलिसकर्मी बोले – 14 साल से नहीं हुआ प्रमोशन!
रिटायर्ड पुलिसकर्मी भागीरथ ने बताया कि 2013 के बाद से पुलिसकर्मियों को प्रमोशन नहीं मिला है। उन्होंने कहा:
“सिपाही से इंस्पेक्टर तक की प्रमोशन प्रक्रिया को पूरी तरह रोक दिया गया है। 50 अपराधी पकड़ने पर भी सिर्फ 1000 रुपये का इनाम मिलता है, जबकि सुविधाएं न के बराबर हैं। यह हमारे लिए अपमानजनक है।”
क्या है पुलिसकर्मियों की मांग?
पुलिसकर्मियों ने अपनी 11 मुख्य मांगें सरकार के सामने रखी हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- प्रमोशन प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
- वर्दी और अन्य जरूरी सुविधाओं में सुधार हो।
- ड्यूटी के घंटे कम किए जाएं।
- पुलिसकर्मियों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता दी जाए।
- कांस्टेबल से इंस्पेक्टर तक के लिए यूनियन गठित की जाए।
क्या सरकार इस पर ध्यान देगी?
राजस्थान सरकार ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन लगातार बढ़ते असंतोष को देखते हुए आने वाले समय में सरकार को इस पर विचार करना पड़ सकता है।
निष्कर्ष: राजस्थान पुलिसकर्मियों का होली का बहिष्कार दिखाता है कि वे किस हद तक असंतुष्ट हैं। अगर उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं हुईं, तो भविष्य में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।