जयपुर।
राजस्थान की राजनीति में तेज़-तर्रार नेता माने जाने वाले आरएलपी प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कई सनसनीखेज और तीखे बयान दिए। पाकिस्तान, भजनलाल सरकार, पेपर लीक, और विश्नोई-जाट समाज के मुद्दों पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तारी उन्होंने खुद दी थी, पकड़े नहीं गए थे। यह केवल ट्रेलर था, पूरी ‘पिक्चर’ अभी बाकी है।

जयपुर में एक लाख जवानों की रैली की तैयारी
हनुमान बेनीवाल ने खुलासा किया कि उनकी पार्टी राष्ट्र लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) की एक आपात बैठक बुलाई गई थी जिसमें 20 जिलों से प्रतिनिधि शामिल हुए। उन्होंने ऐलान किया कि जयपुर में 1 लाख युवाओं की रैली की जाएगी। इस रैली का मकसद भजनलाल शर्मा की सरकार पर दबाव बनाना और युवाओं के हक में आवाज़ उठाना है।
“भजनलाल सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। राजस्थान का नौजवान अब अपने अधिकारों के लिए लड़ेगा,” – हनुमान बेनीवाल
पेपर लीक, RPSC और सीबीआई जांच की मांग
बेनीवाल ने पेपर लीक के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा और साफ शब्दों में कहा कि RPSC का पुनर्गठन किया जाए और सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच हो। उन्होंने बताया कि अधिकांश पेपर लीक कांग्रेस सरकार के दौरान हुए, लेकिन बीजेपी के कुछ नेता भी इसमें संलिप्त हैं।
“जो चोरी करेगा, वो चोरी कहलाएगा। सेना चोरी बिल्कुल नहीं चलेगी।”
पुतला दहन पर तीखी प्रतिक्रिया
हनुमान बेनीवाल ने अपने विरोध में किए गए पुतला दहन पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जो लोग उनका पुतला जला रहे हैं, उनमें से कई हिस्ट्रीशीटर हैं – कोई तेल चोर है, कोई ट्रांसफॉर्मर चोर, कोई डोडा तस्कर।
“पुतला जलाया तो लिया, पर नींद नहीं आई उन्हें। मैं उनका पॉलिटिकल पापा हूं। समय आने पर इलाज करूंगा।”
निर्दलीय चुनाव लड़ने की चुनौती
बेनीवाल ने भजनलाल शर्मा और वसुंधरा राजे को चुनौती देते हुए कहा कि अगर ताकत है तो निर्दलीय चुनाव लड़कर दिखाएं। उन्होंने दावा किया कि पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने में असली हिम्मत लगती है।
“गुलामी हर कोई स्वीकार कर लेता है। पार्टी बनाकर लड़ो, तभी ताकत पता लगेगी।”
विश्नोई और जाट समाज पर बेबाक टिप्पणी
विश्नोई समाज से विरोध झेलने के बाद भी बेनीवाल ने दो टूक कहा कि उन्होंने खेजड़ी और विश्नोई समाज के आरक्षण के लिए हमेशा लड़ाई लड़ी है। लेकिन अगर कोई चोरी करेगा, चाहे वो किसी भी समाज का हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
“चार जाट हो गए, 13 विश्नोई हो गए। कौन रोक रहा है पुतला जलाने से? लेकिन हिस्ट्रीशीटर को नेता मत बनाओ।”
पेपर सेटिंग और शिक्षा माफिया पर हमला
हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज के युवा रोटी खाकर सो जाते हैं, और भरोसा करते हैं कि कोई सेटिंग कर देगा। इसी सोच ने राजस्थान का बेड़ा गर्क किया है।
“एसआई भर्ती आंदोलन कर रहा हूं। लेकिन लड़कों को खुद आगे आना चाहिए।”
खुद को बताया नया आइकॉन
बेनीवाल ने कहा कि पहले समाज में शराब माफिया, भू माफिया को आइकॉन माना जाता था, लेकिन अब हनुमान बेनीवाल युवाओं के नए आइकॉन हैं।
“मेरे खिलाफ ईडी-सीबीआई को कुछ नहीं मिलेगा। मैं खुद ही लड़ रहा हूं देश के लिए।”
पार्टी के भविष्य को लेकर आश्वस्त
इंटरव्यू के अंत में उन्होंने यह दावा किया कि आगामी पंचायत चुनावों में नागौर, डीडवाना और कुचामन में आरएलपी के प्रधान और जिला प्रमुख जीतेंगे। उन्होंने कहा कि वह MLA की कुर्सी पर बैठकर MP बन सकते थे, लेकिन उन्होंने खुद छोड़ा।

निष्कर्ष:
हनुमान बेनीवाल का यह इंटरव्यू साफ दर्शाता है कि वे अपने बयानों से न केवल सत्ताधारी दलों को घेरने में माहिर हैं, बल्कि जनता के मुद्दों को लेकर भी स्पष्ट स्टैंड लेते हैं। जयपुर रैली और सीबीआई जांच की मांग जैसे मुद्दे आने वाले समय में राजस्थान की राजनीति में बड़ी हलचल मचा सकते हैं।