चूरू, राजस्थान: आज़ादी के इतने साल बाद भी चूरू के लोग पीने के लिए साफ़ और मीठा पानी पाने से वंचित हैं। शहर के करीब दो दर्जन से अधिक वार्डों में अभी तक मीठे पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई है। सरकार और प्रशासन द्वारा मीठे पानी की उपलब्धता को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे कोसों दूर है।

खारा पानी पीने से बढ़ रही बीमारियां
शहर में मीठे पानी की जगह लोग खारा पानी पीने को मजबूर हैं, जिससे कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पानी में अधिक मात्रा में फ्लोराइड होने के कारण लोगों को हड्डियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत हो रही है। साथ ही, दांतों की समस्या भी आम हो गई है।
जल आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह विफल
ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार, चूरू शहर में जल आपूर्ति की स्थिति बहुत खराब है। पंप हाउस में चार मोटर लगी हुई हैं, जिनमें से दो मोटरें खराब पड़ी हैं। इसका सीधा असर शहर के जल वितरण पर पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग की नाकामी के कारण यह समस्या लगातार बनी हुई है।
सरकार के दावे और हकीकत
सरकार और प्रशासन ने चूरू जिले में जल जीवन मिशन और अमृत योजना जैसी योजनाओं के तहत जल आपूर्ति को बेहतर बनाने का दावा किया था। लेकिन स्थिति यह है कि अब तक इन योजनाओं के कई टेंडर प्रक्रियाधीन हैं और लोगों को राहत नहीं मिल रही है।
जलदाय विभाग के अनुसार:
- जिले के आठ शहरों में अमृत योजना के तहत जल आपूर्ति सुधारने के लिए टेंडर आमंत्रित किए जा चुके हैं।
- आगामी गर्मियों को देखते हुए जल संकट से निपटने के लिए प्रशासन ने कंटिजेंसी प्लान तैयार किया है।
- जहां नलकूप फेल हो गए हैं, वहां नए बोरिंग करवाने की योजना है।
- बड़े जलाशयों को भरने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
जलदाय विभाग की सफाई
जलदाय विभाग के अधिकारी एससी राम मूर्ति ने बताया कि पानी आपूर्ति को लेकर विभाग पूरी तरह प्रयासरत है। उन्होंने कहा, “आपणी योजना के तहत कई टेंडर लगाए गए हैं, जिनके पूरे होने के बाद चूरू में मीठे और खारे पानी के असमान वितरण की समस्या को दूर कर दिया जाएगा। दो साल के भीतर पूरे शहर में समान रूप से मीठे पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी जाएगी।”
स्थानीय लोग क्या कहते हैं?
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन केवल वादे कर रहे हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस बदलाव नहीं दिख रहा है। एक निवासी ने कहा, “हम सालों से मीठे पानी की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक हमें खारा पानी ही पीना पड़ रहा है।”
क्या हो सकते हैं समाधान?
- प्रशासन को जल्द से जल्द खराब पड़ी मोटरों को ठीक करना चाहिए ताकि जल आपूर्ति सुचारू रूप से हो सके।
- जिन क्षेत्रों में पानी की समस्या अधिक है, वहां तुरंत वैकल्पिक जल स्रोत उपलब्ध करवाए जाने चाहिए।
- सरकार को जल जीवन मिशन और अमृत योजना को तेज़ी से लागू करना होगा, ताकि आमजन को राहत मिल सके।
- फ्लोराइड की अधिकता को कम करने के लिए जल शोधक तकनीकों का उपयोग किया जाना चाहिए।