जयपुर: महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर जयपुर स्थित झारखंड महादेव मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने भगवान शिव के दर्शन कर अपनी मनोकामनाएं प्रकट कीं। सुबह से ही मंदिर के बाहर लंबी कतारें देखने को मिलीं, जहां श्रद्धालु बेलपत्र, दूध, जल और प्रसाद चढ़ाने के लिए घंटों इंतजार करते रहे।

श्रद्धालुओं की अपार आस्था
सुबह 5:30 बजे से ही भक्त मंदिर के बाहर लंबी लाइन में खड़े दिखे। एक श्रद्धालु ने बताया, “हम कई वर्षों से महाशिवरात्रि के दिन यहां आते हैं। भगवान शिव को जल चढ़ाकर मनोकामनाएं मांगते हैं।” कुछ भक्तों ने यह भी कहा कि वे पूरे दिन उपवास रखते हैं और रात्रि जागरण कर भगवान शिव का भजन-कीर्तन करते हैं।
महाशिवरात्रि का पौराणिक महत्व
महाशिवरात्रि को लेकर विभिन्न मान्यताएं प्रचलित हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। यही कारण है कि इस पर्व को वैवाहिक सुख, समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए विशेष रूप से मनाया जाता है। कई महिलाएं अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं और भोलेनाथ से प्रार्थना करती हैं।
युवाओं ने मांगा अच्छा भविष्य
मंदिर में आए कई युवा अपने करियर और परीक्षाओं में सफलता के लिए भगवान से आशीर्वाद मांगते दिखे। 11वीं कक्षा की एक छात्रा ने कहा, “हमने परीक्षा में अच्छे अंक पाने और भविष्य में सफलता के लिए भगवान से प्रार्थना की है।” वहीं, कुछ युवाओं ने शिवजी से सरकारी नौकरी पाने की प्रार्थना की।
भगवान शिव से शादी और प्रेम संबंधों की प्रार्थना
महाशिवरात्रि को शिव और पार्वती के विवाह की वर्षगांठ माना जाता है। ऐसे में कई युवाओं ने अपने विवाह और प्रेम जीवन को लेकर भी भगवान से आशीर्वाद मांगा। एक नवविवाहित जोड़े ने बताया, “हमने सात साल तक भगवान शिव से प्रार्थना की थी, तब जाकर हमारी शादी हुई। आज हम एक साथ यहां आकर भगवान का धन्यवाद कर रहे हैं।”
दिखावे की प्रवृत्ति या सच्ची आस्था?
सोशल मीडिया के दौर में कई लोग सिर्फ फोटो और वीडियो बनाने के लिए मंदिर आते हैं, इसे लेकर भी श्रद्धालुओं की राय बंटी रही। कुछ भक्तों का कहना था कि कई लोग महाशिवरात्रि के दिन ही बड़े भक्त बन जाते हैं, लेकिन असली भक्ति वही होती है जो नियमित रूप से भगवान की पूजा-अर्चना करें।
विशेष पूजन और आयोजन
झारखंड महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में विशेष पूजा और रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। भक्तों ने शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र और भांग चढ़ाकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।
निष्कर्ष
महाशिवरात्रि का पर्व आस्था, श्रद्धा और भक्ति का पर्व है। जयपुर के झारखंड महादेव मंदिर में उमड़ी भारी भीड़ ने यह साबित कर दिया कि भगवान शिव के प्रति लोगों की अटूट आस्था बनी हुई है। श्रद्धालु अपने-अपने तरीके से भगवान से मनोकामनाएं मांगते दिखे, किसी ने नौकरी तो किसी ने सुखद दांपत्य जीवन की कामना की।
हर हर महादेव!
