बीकानेर, राजस्थान। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में बीकानेर की सड़कों पर हिंदू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेतृत्व में बीकानेर कोर्ट गेट पर सोमवार को आतंकवादियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हुआ। इस दौरान आतंकियों के पुतले जलाए गए और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की गई।

आतंकियों के पुतले दहन कर जताया विरोध
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में 26 हिंदू श्रद्धालुओं की हत्या के बाद से देशभर में रोष है। बीकानेर में भी इस हमले को लेकर भारी आक्रोश देखने को मिला। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए और आतंकी घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ बुलंद की।
“पाकिस्तान को गाजा पट्टी बना दो” – प्रदर्शनकारियों का आह्वान
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि जैसे इजराइल ने गाजा में सख्त कार्रवाई की, उसी प्रकार भारत को भी पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद करना चाहिए। एक वक्ता ने कहा, “जो लोग धर्म पूछकर, नाम पूछकर मारते हैं, उनके साथ कोई दया नहीं होनी चाहिए। अब समय आ गया है कि भारत गाजा पट्टी की तरह पाकिस्तान पर जवाबी हमला करे।”
“घर-घर शस्त्र रखने की ज़रूरत” – विश्व हिंदू परिषद
प्रांत संगठन मंत्री राजेश ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू समाज को अब आत्मरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए। “हमें अपने घरों में शस्त्र रखने चाहिए और आतंकियों का आर्थिक, सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आज जो हालात हैं, उसके पीछे स्वतंत्रता के बाद की नीतियां जिम्मेदार हैं, खासकर कश्मीर नीति में हुई गलतियों को लेकर।
गद्दारों पर भी सवाल, आतंकवादियों के संरक्षकों पर सख्त कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि देश के अंदर मौजूद गद्दारों और आतंकवादियों को समर्थन देने वाले लोगों को भी चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। “जब तक सांप आस्तीन में हैं, तब तक युद्ध नहीं जीता जा सकता,” एक वक्ता ने कहा।
“भारत सरकार को अब निर्णायक कदम उठाना चाहिए”
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार से आह्वान किया कि अब केवल निंदा और शोक प्रकट करने से काम नहीं चलेगा। पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक युद्ध नीति अपनाई जानी चाहिए। “अगर 56 इंच की छाती है, तो अब कर दिखाओ, गाजा पट्टी बना दो पाकिस्तान को,” यह मांग कई बार गूंजती रही।
“पानी रोकना अच्छा कदम, पर और कठोरता जरूरी”
एक वक्ता ने हाल ही में भारत द्वारा सिंधु जल संधि पर लिए गए कड़े फैसले को सराहा और कहा कि यह शुरुआत है। “अगर पानी भी बंद कर दिया जाए और आर्थिक नाकेबंदी कर दी जाए तो पाकिस्तान घुटनों पर आ जाएगा,” उन्होंने कहा।
“भारतीय सेना को छूट मिलनी चाहिए”
बजरंग दल बीकानेर के संयोजक बजरंग तंवर ने कहा कि भारतीय सेना को पूरी तरह से स्वतंत्रता मिलनी चाहिए ताकि वो आतंकियों को अंदर घुसकर ठोक सके। “हम गंगा-जमुनी तहजीब निभाते रहे और हमारे सैनिक, पर्यटक मारे जा रहे हैं। अब सहन नहीं होगा।”
निष्कर्ष
बीकानेर में हुए इस विरोध प्रदर्शन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अब भारत के नागरिक केवल मौन नहीं रहेंगे। सरकार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग लगातार बढ़ रही है। जिस प्रकार से प्रदर्शनकारियों ने खुलकर गुस्सा जाहिर किया, वह दर्शाता है कि अब जनता केवल प्रतीक्षा नहीं करना चाहती — वह परिणाम चाहती है।
