
कैसे हुआ हादसा? गुफा में क्यों उतरे थे युवक?
गांव वालों के अनुसार, कर्मीसर गांव में एक पुरानी गुफा है, जो अक्सर कचरे और गंदगी से भरी रहती है। इस गुफा में जहरीली गैस बनने की संभावना बनी रहती है, लेकिन प्रशासन ने अब तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया था।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चार युवक गुफा में किसी काम से गए थे, लेकिन अचानक वहां जहरीली गैस का रिसाव हो गया। देखते ही देखते सभी युवक बेहोश होकर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। जब गांव वालों को इस हादसे की जानकारी मिली, तो वहां हड़कंप मच गया।
गांव वालों की प्रतिक्रिया: “यह हादसा रोका जा सकता था!”
गांव के लोगों का कहना है कि यह दुर्घटना पहले भी हो सकती थी, क्योंकि इस गुफा में कचरा, गंदगी और जहरीली गैस बनने की शिकायतें पहले भी की गई थीं।
एक स्थानीय निवासी ने बताया,
“हमने प्रशासन से कई बार कहा था कि इस गुफा को बंद किया जाए, क्योंकि यहां गंदगी जमा होने से जहरीली गैस बन रही थी। लेकिन हमारी बात अनसुनी कर दी गई। अब चार घरों के चिराग बुझ गए हैं।”
कचरा, गंदगी और जहरीली गैस: प्रशासन की लापरवाही उजागर
गांव में फैले कचरे और गंदगी की वजह से यह गुफा धीरे-धीरे “मौत का कुंआ” बन गई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां अक्सर लोग शराब पीने और नशा करने आते थे, जिससे यहां गंदगी और बढ़ गई थी।
गांव वालों के मुताबिक, इस इलाके में पहले भी आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले ही यहां एक घटना घटी थी, जब एक व्यक्ति ने जंगली जानवर को भगाने के लिए पत्थर फेंका, जिससे गैस रिसाव हुआ और आग लग गई।
प्रशासन की अनदेखी: “अब कार्रवाई की जरूरत”
गांव के लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि –
✅ इस गुफा को तुरंत बंद किया जाए।
✅ गांव में सफाई अभियान चलाया जाए।
✅ प्रशासन इस इलाके की नियमित निगरानी करे।
स्थानीय निवासी प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में फिर से ऐसी घटनाएं हो सकती हैं।
क्या बोले अधिकारी?
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच की जाएगी और आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

एक अधिकारी ने बताया,
“हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”
गांव में मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे में जान गंवाने वाले चार युवकों के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। होली के दिन जहां हर कोई खुशियां मना रहा था, वहीं इन परिवारों के लिए यह दिन हमेशा के लिए दर्द बन गया।
निष्कर्ष: प्रशासन को तुरंत कदम उठाने की जरूरत
बीकानेर के कर्मीसर गांव में हुए इस हादसे ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। जहरीली गैस के कारण हुई मौतों से गांव में डर और गुस्से का माहौल है। अब प्रशासन को चाहिए कि इस क्षेत्र में सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।