बीकानेर: राजस्थान के ऐतिहासिक वीर योद्धा राणा सांगा पर की गई टिप्पणी को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल का गुस्सा फूट पड़ा है। हाल ही में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा के लिए की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद से राज्यभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। विरोध प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ऐसे सांसद को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

राणा सांगा पर विवादित बयान
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने एक मीडिया चैनल के दौरान राणा सांगा पर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘अगर हमें बाबर की औलाद कहा जाता है, तो तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो।’ इस बयान ने राजस्थान के राजपूत समाज और हिंदू संगठनों में गहरा आक्रोश भर दिया।
विरोध प्रदर्शन का दौर
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता जयपुर के छोटी चौपड़ क्षेत्र में एकत्र हुए और सांसद रामजी लाल सुमन के बयान की निंदा की। VHP के जिला अध्यक्ष पवन पारीक ने कहा, ‘जो सांसद हमारे इतिहास और हमारे वीर पुरुषों का अपमान करेगा, उसे संसद से निष्कासित किया जाना चाहिए।’ बजरंग दल के सदस्य भी बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और सांसद के खिलाफ नारेबाजी की।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के नेताओं ने समाजवादी पार्टी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भी इस बयान की आलोचना की है और सांसद के बयान को निंदनीय बताया है।
राणा सांगा: वीरता का प्रतीक
राणा सांगा का राजस्थान के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने अपने शरीर पर 80 घाव झेलकर भी मातृभूमि की रक्षा की। ऐसे वीर योद्धा को गद्दार कहना सिर्फ उनके सम्मान का नहीं, बल्कि राजस्थान के गौरव का अपमान है।
सांसद को बर्खास्त करने की माँग
प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि समाजवादी पार्टी सांसद रामजी लाल सुमन को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज होगा।
निष्कर्ष
राणा सांगा के सम्मान को लेकर राजस्थान के लोग गंभीर हैं और उनके खिलाफ कोई भी टिप्पणी सहन नहीं की जाएगी। इस घटना ने न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश में बहस छेड़ दी है कि राजनेताओं को अपने शब्दों के चयन में सावधानी बरतनी चाहिए।