सीकर, राजस्थान।
राजस्थान में गर्मी ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। नौतपा शुरू होते ही तापमान 45 डिग्री से ऊपर जा पहुंचा है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। लोग अब राहत पाने के लिए देसी और पारंपरिक उपायों की ओर रुख कर रहे हैं। शहरों से लेकर गांवों तक नींबू पानी, गन्ने का रस, राबड़ी, तरबूज, खरबूज जैसी चीजों की मांग तेज हो गई है।

देसी पेयों की बढ़ी मांग
गर्मी से राहत पाने के लिए लोग अब कोल्ड ड्रिंक्स और आइसक्रीम की जगह गन्ने के रस, नींबू पानी और राबड़ी जैसे प्राकृतिक विकल्प अपना रहे हैं।
एक स्थानीय निवासी सुनील ने बताया, “गर्मी इतनी ज़्यादा हो गई है कि बिना गन्ने के रस के सांस लेना मुश्किल हो गया है। टेस्ट भी अच्छा आ रहा है और राहत भी मिल रही है।”
दुकानदारों के अनुसार, गन्ने का रस और नींबू पानी अब डेली बेसिस पर बिक रहे हैं। एक ग्राहक विकास ने कहा, “हम तो रोज़ एक गिलास गन्ने का रस ज़रूर पीते हैं, इससे काफी राहत मिलती है और शरीर में ठंडक बनी रहती है।”
तरबूज-खरबूज और प्याज की डिमांड भी बढ़ी
फल विक्रेताओं के अनुसार, तरबूज और खरबूज की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है। गर्मी से लड़ने के लिए लोग इन फलों को ज़रूरी मान रहे हैं।
एक दुकानदार उम्मेद ने बताया, “तरबूज का स्वाद मीठा है और यह पानी की कमी को पूरा करता है। हम इसे गांव मालसर से लाते हैं और हर रोज़ पूरा वाहन भर कर बेचते हैं।”
साथ ही, कुछ लोग गर्मी से बचाव के लिए प्याज का सेवन और राबड़ी भी कर रहे हैं। प्याज शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है।
नींबू के भाव और मांग में उछाल
नींबू की कीमतें भी गर्मी के साथ आसमान छू रही हैं। बाजार में नींबू ₹100 प्रति किलो बिक रहा है, जबकि कुछ समय पहले तक ₹10 प्रति किलो में मिलता था।
एक दुकानदार ने बताया, “100 रुपए में 10 किलो नींबू दे रहे थे, अब वही नींबू 100 रुपए किलो तक जा पहुंचे हैं। नींबू पानी की मांग गर्मी के साथ दोगुनी हो गई है।”
हेलमेट, टेंट और सावधानी की जरूरत
वीडियो में कई लोग हेलमेट पहनकर बाहर घूमते दिखे, लेकिन उनमें से कुछ ने बताया कि हेलमेट से गर्मी और ज्यादा लग रही है।
“हेलमेट भी पहन रखा है और तरबूज भी ले रहे हैं। लेकिन गर्मी तो तावड़ी पड़ रही है, नौतपा चल रहा है,” एक युवक ने बताया।
टेंट में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि टेंट के नीचे इतनी गर्मी हो रही है कि सर दर्द और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो रही हैं। “हम राबड़ी और नींबू पानी पीकर अपना दिन निकाल रहे हैं,” एक कर्मचारी ने कहा।
देसी उपायों से ही मिलेगा राहत
लोगों का मानना है कि मिलावटी ठंडी चीज़ें जैसे आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक्स से अच्छा देसी उपाय अपनाना ही बेहतर है।
“गर्मी में पेट को ठंडा रखने के लिए पुदीना मिला नींबू पानी या गन्ने का रस ज्यादा असरदार है। इससे न तो कोई साइड इफेक्ट है और न ही मिलावट की चिंता,” एक बुजुर्ग ने बताया।

पर्यावरण की चिंता और समाधान
वीडियो के अंत में कुछ लोगों ने पर्यावरण को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने सुझाव दिया कि पेड़ पौधे लगाने से गर्मी से राहत मिल सकती है।
“अगर हर कोई अपने घर के आसपास एक पेड़ लगाए तो गर्मी में काफी हद तक राहत मिल सकती है। साथ ही मटके का पानी पीना और छतों पर पौधे रखना भी जरूरी है,” एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा।
निष्कर्ष
राजस्थान की गर्मी से बचने के लिए लोग अब देसी उपायों पर भरोसा कर रहे हैं। चाहे वो गन्ने का रस हो, राबड़ी हो, या तरबूज और नींबू पानी — सभी की डिमांड बढ़ी है। साथ ही लोग हेल्थ को ध्यान में रखते हुए मिलावटी चीज़ों से बच रहे हैं और प्राकृतिक उपायों को अपना रहे हैं।
आप भी इस भीषण गर्मी में देसी उपाय अपनाएं और स्वस्थ रहें।
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