जयपुर, 13 अप्रैल 2025 – इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का खुमार पूरे देश में छाया हुआ है, लेकिन जयपुर में टिकट खरीदने की चाह रखने वाले युवाओं को इस बार निराशा हाथ लगी। राजस्थान रॉयल्स के होम ग्राउंड पर खेले जाने वाले मुकाबलों के टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग (कालाबाजारी) ने फैंस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

10 मिनट में खत्म हुए ₹500 के टिकट
कई स्टूडेंट्स और युवा दर्शकों ने बताया कि ₹500 की स्टूडेंट टिकटें महज 10 से 15 मिनट में खत्म हो गईं। ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हें केवल औपचारिकता के तौर पर जारी किया गया। कुछ लोगों का दावा है कि टिकट वितरण के समय लड़ाई-झगड़े की नौबत तक आ गई थी।
बाउंसर और एजेंट कर रहे हैं ब्लैक में बिक्री?
वीडियो में सामने आए दर्शकों के अनुसार, स्टेडियम के बाहर कई ऐसे लोग मौजूद हैं जिनके पास दर्जनों टिकटें हैं, जो वे ₹1800 वाली टिकट को ₹4000, और ₹2400 की टिकट को ₹6000 में बेच रहे हैं। कुछ ने यह भी आरोप लगाया कि बाउंसर और सिक्योरिटी गार्ड तक इस ब्लैक मार्केटिंग में शामिल हैं।
बुक माय शो पर भी टिकट सोल्ड आउट
स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि बुक माय शो पर भी टिकट महज औपचारिकता के लिए उपलब्ध कराई गईं। अधिकांश मैचों के टिकट शुरू होते ही सोल्ड आउट दिखाए गए। इससे नाराज युवा घंटों लाइन में लगने के बाद भी टिकट नहीं खरीद पाए।
गुजरात में बेहतर व्यवस्था, राजस्थान में अव्यवस्था
एक दर्शक ने कहा कि उन्होंने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आसानी से ₹500 की टिकट ₹500 में ही खरीदी थी। वहीं जयपुर में ₹500 की स्टूडेंट टिकट तक 1500–2000 रुपये में ब्लैक में बेची जा रही है।
सरकार से कार्रवाई की मांग
नाराज युवाओं ने राज्य सरकार और आयोजकों से मांग की है कि इस प्रकार की कालाबाजारी पर तुरंत रोक लगाई जाए। IPL जैसे बड़े टूर्नामेंट की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए जरूरी है कि टिकट वितरण प्रक्रिया पारदर्शी हो और आम जनता को उनके हक की टिकट वाजिब कीमत पर मिल सके।
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