बीकानेर। बीकानेर शहर के वार्डों में सीवरेज की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। वार्डवासियों ने नगर निगम की अनदेखी और प्रशासन की निष्क्रियता के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। वार्ड की बदहाल स्थिति और सीवरेज की दुर्दशा से नाराज जनता ने मजबूर होकर रोड जाम कर दिया और अधिकारियों से जल्द समाधान की मांग की।

वार्ड में फैली गंदगी और जलभराव
बीकानेर के एक वार्ड में लंबे समय से सीवरेज की समस्या बनी हुई है। सड़कों पर गंदा पानी भरा हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। बारिश के बाद हालात और भी खराब हो जाते हैं, जिससे बच्चों और बुजुर्गों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। गंदगी और जलभराव के कारण संक्रामक बीमारियां तेजी से फैल रही हैं।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “घर के बाहर गंदा पानी भरा हुआ है, छोटे-छोटे बच्चे इस पानी में गिरकर बीमार हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन आंख मूंदे बैठा है। वार्ड को जैसे विधवा वार्ड बना दिया गया है, जहां कोई सुनवाई नहीं होती।”
प्रशासन की चुप्पी और वार्ड पार्षद की निष्क्रियता
वार्डवासियों ने बताया कि नगर निगम और वार्ड पार्षद की ओर से इस समस्या को नजरअंदाज किया जा रहा है। बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। एक प्रदर्शनकारी ने नाराजगी जताते हुए कहा, “हमने वोट दिए, लेकिन अब पार्षद को हमारी समस्या से कोई मतलब नहीं। वार्ड की सड़कों और गलियों की हालत गांवों से भी बदतर हो गई है।”
हैरानी की बात यह है कि इस वार्ड के पार्षद पूरी तरह से निष्क्रिय हैं, जबकि अन्य वार्डों के पार्षद आकर यहां की समस्याओं को हल करने का प्रयास कर रहे हैं। इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर कोई अपने ही वार्ड की समस्याओं को हल नहीं कर सकता तो उसे पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है।
सड़क जाम कर जताया विरोध
सीवरेज की समस्या के समाधान के लिए वार्डवासियों ने सड़क जाम कर नगर निगम प्रशासन को जगाने का प्रयास किया। उन्होंने मांग की कि अधिकारी मौके पर आकर स्थिति का निरीक्षण करें और तुरंत समाधान करें।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “नगर निगम और पार्षद को कई बार शिकायत दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूर होकर हमें सड़क जाम करनी पड़ी। जब वोट लेने का समय आता है, तब ये नेता घर-घर आते हैं, लेकिन समस्या के समाधान के वक्त नदारद रहते हैं।”
नगर निगम कब करेगा समाधान?
बीकानेर के कई अन्य वार्डों में भी सीवरेज की यही समस्या बनी हुई है। नगर निगम की उदासीनता और लचर प्रशासनिक रवैया जनता के आक्रोश का कारण बन रहा है। वार्डवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।
नगर निगम और स्थानीय प्रशासन को इस गंभीर समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकालना चाहिए ताकि लोगों को राहत मिल सके। यदि जिम्मेदार अधिकारी और पार्षद अब भी चुप्पी साधे रहेंगे, तो जनता अगले चुनाव में उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है।
