सिद्ध युवा महासभा ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वाली प्रतिभाओं का किया सम्मान, समारोह में वरिष्ठ नेता व गणमान्य व्यक्ति रहे मौजूद…
झलकों राजस्थान – आज दिनांक 15 सितम्बर 2024 को सिद्ध समाज के सिद्ध युवा महासभा संगठन द्वारा अध्यक्ष भगवान नाथ कलवानिया की अध्यक्षता में समाज के महंतों की उपस्थिति में रविन्द्र रंगमंच बीकानेर में शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। सिद्ध समाज की प्रतिभाओं का सम्मान करने के लिए कतरियासर महंत मोहननाथ जी, लीलसर बाड़मेर महंत मोटनाथ जी, चौ महंत मोहननाथ जी, चौ महंत रामनाथ जी, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, नोखा विधायक सुशीला जी डूडी, बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद जी व्यास, प्रोफेसर श्याम सुंदर जी ज्याणी, श्रवण कुमार झोरड़ा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक गिद्ध नाथ जाखड़ जैतसर, मोहन नाथ जाखड़, बीरबल नाथ जाखड़ (फॉर सिद्ध युवा महासभा संगठन के पूर्व अध्यक्ष), बुद्ध नाथ जी महिया, सरपंच रामकुमार बोलावली, धननाथ हुडा सरपंच ऊंटलाड, बिसनाथ मुंड सरपंच रावनसर, लालचंद सरपंच नेनासर सुमेरिया, किसन नाथ बलिहारा, कोषाध्यक्ष मदन नाथ सिद्ध और सिद्ध समुदाय के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। सर्वप्रथम मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों द्वारा श्री देव जसनाथ जी महाराज की ज्योत प्रज्ज्वलित की गई एवं आरती की गई। इसके बाद नोखा विधानसभा से विधायक श्रीमती. सुशीला डूडी ने अपने संबोधन में कहा कि सिद्ध समाज की छात्राएं शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ स्थान पर पहुंच चुकी हैं और मैं उनसे कहना चाहूंगी कि आप एक अच्छे परिवार को सुसंस्कारित बनाएंगी। उन्होंने कहा कि समाज को बालिकाओं की शिक्षा के लिए आगे आना होगा, समाज में फैली बुराइयों को दूर करना होगा, समाज को नशा मुक्त बनाना होगा और एक आदर्श परिवार की भूमिका निभानी होगी। डूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने कहा कि नशे की प्रवृति केवल सिद्ध समाज में ही नहीं बल्कि सभी समाजों में फैल रही है, इसे गहराई से सुधारना बहुत जरूरी है। समाज में युवाओं में नशे की लत ने गहरी पकड़ बना ली है, विशेषकर युवाओं को इस लत से बचाना होगा और अच्छे संस्कार देने होंगे। समाज के जो युवा गलत राह पर जा रहे हैं उन्हें सही राह पर लाना हमारी जिम्मेदारी है ताकि पंजाब में जो हालात हैं वह यहां पैदा न हो। बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने सिद्ध समाज की प्रतिभाओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि सिद्ध समाज को शिक्षा व संस्कृति के क्षेत्र में जागृत करना चाहिए ताकि समाज में प्रतिभाओं को अच्छी शिक्षा व अच्छे संस्कार मिल सकें। महिला सशक्तिकरण समाज की छात्राओं के लिए विशेष रूप से जरूरी है ताकि छात्राओं को गलत राह पर जाने से बचाया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि अनैतिक गतिविधियों को रोकना सभी समाज के लिए बहुत जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण में वे हमेशा सहयोग के लिए तैयार हैं। लीलासर बाड़मेर से आए महंत मोटनाथ जी ने सिद्ध समाज की प्रतिभाओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ श्रीदेव जसनाथ जी महाराज के जागरण के आयोजन की परंपरा को जारी रखें और युवाओं को कला सिखाने के लिए प्रेरित करें। श्री देव जसनाथ जी महाराज द्वारा बताए गए 36 नियमों का पालन करें। तथा विशेषकर युवाओं को विभिन्न प्रकार के व्यसनों से दूर रखकर अच्छी संगत में रखें। पर्यावरणविद् प्रो. श्याम सुन्दर ज्याणी ने प्रतिभाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के साथ-साथ सभी गांवों में पर्यावरण सुधार के लिए विशेष अभियान चलाए जाने चाहिए ताकि स्वच्छ वातावरण का निर्माण हो सके। आज के कार्यक्रम के समाजसेवी गिद्धनाथ जाखड़ जैतसर ने कहा कि समाज के वरिष्ठ नागरिकों को समाज के इस पुनीत कार्यक्रम में अपना योगदान देना चाहिए ताकि समाज में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते रहें। आज के कार्यक्रम में संस्था द्वारा हरियाणा व पंजाब के साथ-साथ श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर, बीकानेर, बाड़मेर, जोधपुर व अन्य जिलों से आई समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। सिद्ध युवा महासभा संस्थान के अध्यक्ष भगवान नाथ कलवानिया ने बताया कि समारोह में कक्षा 10 में 155, कक्षा 12 में 177, स्नातक व स्नातकोत्तर में 15 तथा 61 लोक सेवकों सहित कुल 427 प्रतिभाओं को लैपटॉप, मेडल, स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सिद्ध युवा महासभा संस्थान के अध्यक्ष भगवान नाथ ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया। आभार व्यक्त किया। आज के कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता प्रेमनाथ सरन एवं अर्जुन नाथ सिद्ध बेनीसर ने किया।
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