मेवाड़ में शोक की लहर, श्रीजी हुजूर का हुआ देवलोकगमन
मेवाड़ की ऐतिहासिक धरती रविवार की सुबह एक दुखद समाचार से जागी। मेवाड़ के श्रीजी हुजूर अरविंद सिंह मेवाड़ का देवलोकगमन हो गया, जिससे समूचे उदयपुर और राजस्थान में शोक की लहर दौड़ गई। जैसे ही यह खबर फैली, सोशल मीडिया और विभिन्न न्यूज़ प्लेटफॉर्म्स पर श्रद्धांजलि संदेशों की बाढ़ आ गई।

रविवार सुबह 17 मार्च को श्रीजी हुजूर का पार्थिव शरीर सिटी पैलेस के शंभू निवास में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। मेवाड़ और उदयपुर के अलावा पूरे राजस्थान से गणमान्य हस्तियों का आगमन हुआ।
जनता और विशिष्ट हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
मेवाड़ की जनता से लेकर राजनीति, व्यापार, बॉलीवुड और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों ने श्रीजी हुजूर अरविंद सिंह मेवाड़ को अंतिम विदाई दी।
- राजनीतिक हस्तियां: उदयपुर के स्थानीय विधायकों, सांसदों और राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने श्रीजी हुजूर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
- व्यापारी वर्ग: मेवाड़ के प्रसिद्ध व्यवसायियों और HRH ग्रुप ऑफ होटल्स के अधिकारियों ने भी शोक प्रकट किया।
- बॉलीवुड से: प्रसिद्ध अभिनेता करणवीर सिंह और कवि-अभिनेता शैलेश लोढ़ा भी अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
शैलेश लोढ़ा, जो लक्षराज सिंह मेवाड़ के करीबी मित्र हैं, भावुक नजर आए और उन्होंने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
एक किलोमीटर लंबी अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
रविवार शाम सिटी पैलेस चौक से श्रीजी हुजूर की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। यात्रा त्रिपोलिया गेट, जगदीश चौक और हाथीपोल से होती हुई गंगू कुंड स्थित महा सतिया स्थल पहुंची। अंतिम यात्रा के दौरान हजारों लोग श्रीजी हुजूर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके पीछे-पीछे चले।
लक्षराज सिंह मेवाड़ ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया और पूरे सम्मान के साथ अंतिम यात्रा में शामिल हुए। वे पूरे समय नंगे पैर रहे, जबकि उनका छोटा भाई भी उनके साथ चला।
राजपरिवार की परंपराओं के अनुसार हुआ अंतिम संस्कार
गंगू कुंड स्थित महा सतिया स्थल पर राजपरिवार की परंपराओं के अनुसार अंतिम संस्कार की सभी विधियां संपन्न की गईं। पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ श्रीजी हुजूर अरविंद सिंह मेवाड़ पंचतत्व में विलीन हो गए।
उदयपुर और मेवाड़ की जनता ने इस अवसर पर ‘श्रीजी अमर रहें’ के जयघोष के साथ अपने प्रिय राजा को अंतिम विदाई दी।
श्रीजी हुजूर अरविंद सिंह मेवाड़ का जीवन और योगदान
श्रीजी हुजूर अरविंद सिंह मेवाड़ न केवल उदयपुर बल्कि पूरे मेवाड़ के लिए संस्कृति, परंपरा और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षक रहे। वे HRH ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष रहे और उन्होंने मेवाड़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उनका योगदान:
- उदयपुर के पर्यटन को विश्वस्तर पर पहचान दिलाई।
- HRH ग्रुप ऑफ होटल्स के माध्यम से ऐतिहासिक धरोहरों को जीवंत बनाए रखा।
- मेवाड़ की परंपराओं और संस्कृति को सहेजने का कार्य किया।
मेवाड़ के लिए अपूरणीय क्षति
श्रीजी हुजूर अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन से मेवाड़ और उदयपुर के लोगों ने एक कुशल प्रशासक, परंपराओं के रक्षक और महान व्यक्तित्व को खो दिया।
उनकी अंतिम यात्रा में उमड़ी अपार भीड़ इस बात का प्रमाण थी कि वे सिर्फ एक राजपरिवार के सदस्य ही नहीं बल्कि पूरे मेवाड़ की आत्मा थे।
Jhalko Rajasthan परिवार भी श्रीजी हुजूर को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता है और उनके परिवार को इस कठिन समय में संबल की कामना करता है।