रतनगढ़ – चूरू जिले के रतनगढ़ थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। घरेलू विवाद के चलते एक मां ने अपने दो मासूम बच्चों की हत्या कर खुद भी कुएं में छलांग लगा दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने महिला को किसी तरह बचा लिया, लेकिन दोनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई।

घटना का पूरा विवरण
रतनगढ़ थाना अधिकारी दिलीप सिंह शेखावत ने बताया कि मेणासर निवासी मोहम्मद खालिद की शिकायत पर आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
खालिद ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसका छोटा भाई मोमिन अपने परिवार के साथ एक ही घर में रहता था। रविवार सुबह करीब 11 बजे मोमिन की पत्नी नरगिस (28 वर्ष) अपने तीन साल की बेटी अलीश्पा और एक साल के बेटे इब्रार को लेकर घर के पास स्थित एक कुएं में कूद गई।
परिजनों ने शोर सुनकर तुरंत मौके पर पहुंचकर महिला और दोनों बच्चों को बाहर निकाला और जालान अस्पताल ले गए। लेकिन डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि नरगिस का इलाज जारी रहा।
पुलिस जांच और आरोपी महिला का बयान
पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि घरेलू विवाद इस दर्दनाक घटना की मुख्य वजह बना। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद नरगिस ने कबूल किया कि उसने पारिवारिक कलह के कारण यह कदम उठाया। हालांकि, महिला खुद बच गई लेकिन उसके दोनों मासूम बच्चों की जान चली गई।
पुलिस ने आरोपी महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद हिरासत में ले लिया और हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। जल्द ही उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पारिवारिक विवाद बना दो मासूमों की मौत की वजह
थाना अधिकारी ने बताया कि नरगिस और मोमिन की शादी पांच साल पहले हुई थी। मोमिन का परिवार उत्तर प्रदेश का रहने वाला है लेकिन पिछले कई सालों से रतनगढ़ के मेणासर गांव में रह रहा था।
मोमिन रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाता है और पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होते रहते थे। लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यह झगड़ा इस कदर भयावह मोड़ ले लेगा कि मासूम बच्चों की जान चली जाएगी।

समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी
यह घटना समाज के लिए एक बड़ा सबक है कि घरेलू झगड़ों को इतना न बढ़ने दें कि मासूमों की जान पर बन आए। परिवारों को चाहिए कि वे आपसी विवादों को शांतिपूर्वक सुलझाएं और मानसिक तनाव से बचने के लिए परिवार और समाज से सहयोग लें।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
📌 “एक मां ही अपने बच्चों की सबसे बड़ी रक्षक होती है, लेकिन यहां उसने खुद ही अपने बच्चों को मार डाला, यह बहुत दुखद है।”
📌 “घरेलू विवादों में मासूम बच्चों को घसीटना बिल्कुल गलत है, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हमें समाज में जागरूकता फैलानी होगी।”
पुलिस की अपील:
पुलिस ने सभी परिवारों से अपील की है कि वे किसी भी घरेलू समस्या के समाधान के लिए हिंसा का सहारा न लें। यदि किसी को मानसिक तनाव हो, तो वे काउंसलिंग और समाज के वरिष्ठ लोगों से सलाह लें ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
यह घटना एक कड़वी सच्चाई को सामने लाती है कि आज के दौर में रिश्तों की कड़वाहट मासूमों की जिंदगी तक छीन रही है। इस तरह की त्रासदियों को रोकने के लिए समाज को एकजुट होकर आगे आना होगा।