Jhalko Rajasthan | बीकानेर: राजस्थान के सबसे बड़े कैंसर हॉस्पिटल, बीकानेर के पीबीएम (PBM) अस्पताल को लेकर एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। एक मरीज के परिजन ने अस्पताल प्रशासन पर भ्रष्टाचार, लापरवाही और जांचों को जबरन बाहर से करवाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

मरीज के परिजन ने खोली व्यवस्थाओं की पोल
बीकानेर के पीबीएम कैंसर हॉस्पिटल में भर्ती मरीज के साथ आए परिजन जीआर गोदारा ने बताया कि उनका मित्र प्रेमराम, जो जैसलमेर से इलाज कराने आया था, पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती है। उसे बाईं छाती में कैंसर की गांठ है। इलाज के दौरान उसे दो बार डिस्चार्ज और फिर से भर्ती कर लिया गया, लेकिन दस्तावेजों में अस्पष्टता के कारण इलाज में देरी हो रही है।
गोदारा के अनुसार, डॉक्टरों ने कई जरूरी जांचें अस्पताल की बजाय बाहर से करवाईं, जिन पर लगभग ₹25,000 का खर्च आ चुका है। जबकि राजस्थान सरकार द्वारा कैंसर मरीजों के लिए सभी जांचें मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती हैं।
“सरकारी जांचें बाहर से क्यों करवाई जा रही हैं?”
गोदारा ने सवाल उठाया कि जब अस्पताल में सोनोग्राफी, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन जैसी सभी जांचें मौजूद हैं, तो फिर मरीजों से बाहर की लैब्स में जाकर ये जांचें क्यों करवाई जा रही हैं? उन्होंने कहा कि अस्पताल के डॉक्टरों ने इस बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
उन्होंने आगे कहा कि,
“जब मैंने डॉक्टर साहब से बात की तो उन्होंने कहा कि जांचों का टाइमिंग खत्म हो गया है, अब फिर से करवानी पड़ेगी। यानी पहले जो ₹25,000 खर्च हुए, वो बर्बाद हो गए और अब फिर से वैसी ही जांचों के लिए खर्च करना होगा।”
“सुपरिटेंडेंट ने दिया भरोसा, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई”
परिजन ने बताया कि उन्होंने इस मामले में पीबीएम अस्पताल के वर्तमान सुपरिटेंडेंट सुरेंद्र वर्मा से भी संपर्क किया। वर्मा ने मामले को जल्दी सुलझाने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में जब दोबारा फोन किया गया तो जवाब नहीं मिला।
“सुरेंद्र जी वर्मा ने कहा था कि जो भी मदद चाहिए, बताओ, हम जल्द काम करवा देंगे। लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई,” – गोदारा ने बताया।
मरीजों की हालत खराब, डॉक्टर नहीं उठा रहे फोन
गोदारा ने बताया कि पीबीएम में भर्ती कई अन्य मरीजों को भी इसी तरह की समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के डॉक्टर फोन नहीं उठाते, संतोषजनक जवाब नहीं देते और सरकारी योजनाओं का लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा।
उन्होंने कहा,
“यह सिर्फ मेरे मित्र प्रेमराम का मामला नहीं है, बल्कि सैकड़ों कैंसर मरीजों को ऐसी ही समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यह अस्पताल राजस्थान का सबसे बड़ा कैंसर हॉस्पिटल है, लेकिन व्यवस्थाएं बिल्कुल खराब हैं।”
“भ्रष्टाचार वर्षों से चल रहा है, प्रशासन बेखबर”
परिजन ने कहा कि पीबीएम हॉस्पिटल में भ्रष्टाचार नया नहीं है, यह वर्षों से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि बीकानेर के पूर्व और पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक तथा जिला कलेक्टर भी इस पूरे मामले से अनजान बने हुए हैं या फिर जानबूझकर नजरअंदाजी कर रहे हैं।

“कलेक्टर महोदय को बीकानेर की जिम्मेदारी दी गई है लेकिन वे भी कार्रवाई नहीं कर रहे। भ्रष्टाचार फैलता जा रहा है और आमजन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है,” – उन्होंने नाराजगी जताई।
“जांचें दोबारा करवाने की मजबूरी, गरीब मरीज बेहाल”
पीबीएम में इलाज करवा रहे मरीजों को एक और बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अगर किसी कारणवश जांच की रिपोर्ट समय पर जमा नहीं हो पाती या डॉक्टर उसे स्वीकार नहीं करता, तो मरीजों को वही जांच दोबारा करवानी पड़ती है। इससे ना सिर्फ आर्थिक बोझ बढ़ता है, बल्कि इलाज में भी देरी होती है।
क्या कहता है प्रशासन?
फिलहाल इस पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। झलको राजस्थान इस मामले पर पूरी नजर बनाए हुए है और आगे की जानकारी सामने आने पर अपडेट प्रदान करेगा।
निष्कर्ष
राजस्थान सरकार द्वारा जहां एक ओर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर पीबीएम हॉस्पिटल जैसे बड़े अस्पतालों में व्यवस्थागत लापरवाही और भ्रष्टाचार की घटनाएं इन योजनाओं पर सवाल खड़े कर रही हैं।
जरूरत है कि प्रशासन इस गंभीर मामले का संज्ञान लेकर जांच करे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे ताकि आमजन को राहत मिल सके और सरकारी योजनाओं का लाभ सही रूप से पहुँच सके।
- चूरू की जनता के प्यार पर बोले Rajendra Rathore, विरोधियों को दिया करारा जवाब
- शादी के 14 साल बाद बने थे जुड़वां बच्चों के पिता, हेलिकॉप्टर हादसे ने छीन ली जिंदगी
- जोधपुर से जयपुर तक गरमाया Resident Doctor विवाद, Nirmal Choudhary ने क्या कहा?
- बीकानेर में पीले पंजे की कार्रवाई पर NSUI अध्यक्ष रामनिवास कूकणा का विरोध प्रदर्शन
- बीकानेर में तांत्रिकों का खुला भंडाफोड़: झाड़-फूंक की आड़ में चल रहा था बड़ा खेल