समाजवादी पार्टी नेता रामजी लाल सुमन के बयान पर भड़के शक्ति सिंह
समाजवादी पार्टी के नेता रामजी लाल सुमन के विवादास्पद बयान के बाद शक्ति सिंह बांदीकुई का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने अपने साक्षात्कार में इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि महाराणा सांगा जैसे वीर पुरुषों का अपमान सहन नहीं किया जा सकता। उनका कहना था कि महाराणा सांगा न केवल एक महान योद्धा थे, बल्कि भारतीय इतिहास के सबसे प्रभावशाली सम्राटों में से एक थे।

महाराणा सांगा की वीरता और बलिदान
महाराणा सांगा भारतीय इतिहास में एक अद्वितीय योद्धा थे, जिन्होंने विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ वीरतापूर्वक संघर्ष किया। शक्ति सिंह ने कहा कि महाराणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को दो बार हराया और अपने जीवनकाल में आधे से ज्यादा भारत को अपने पराक्रम से जीत लिया। उनकी युद्ध कौशल और बलिदान की मिसाल आज भी इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखी जाती है।
उन्होंने यह भी कहा कि बाबर के समय के एक प्रमुख इतिहासकार अहमद यादगार ने ‘तहरीक-ए-सल्तनत-ए-अफगान’ में यह स्पष्ट रूप से लिखा है कि बाबर को हिंदुस्तान आने का निमंत्रण दौलत खान लोदी और आलम खान लोदी ने दिया था, न कि महाराणा सांगा ने। यह दावा बाबरनामा में भी मिलता है, लेकिन शक्ति सिंह के अनुसार, बाबर ने अपनी जीत को महिमामंडित करने के लिए कई तथ्य तोड़-मरोड़ कर पेश किए।
महाराणा सांगा की अपार लोकप्रियता
शक्ति सिंह ने कहा कि महाराणा सांगा को केवल राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में लोक देवता के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने बसवा स्थित महाराणा सांगा के चबूतरे के लिए वर्षों तक संघर्ष किया और इसे संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि यह चबूतरा केवल एक स्मारक नहीं है, बल्कि यह बलिदान और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। स्थानीय लोग यहां प्रतिदिन धूप-बत्ती करते हैं और उन्हें पूजते हैं।
महाराणा सांगा स्मारक के निर्माण की योजना
आने वाले समय में बसवा में महाराणा सांगा का एक भव्य स्मारक बनाने की योजना है। एकलिंग जी ट्रस्ट और श्री जी अरविंद सिंह मेवाड़ के नेतृत्व में इस परियोजना पर काम किया जा रहा है। इस स्मारक में:
- महाराणा सांगा की 11 फुट ऊंची प्रतिमा हाथी पर बैठे हुए होगी।
- उनके साथ घोड़े पर उनके सेनापति राजा हसन खान मेवाती और आमेर के महाराजा पृथ्वीराज की प्रतिमाएं भी होंगी।
- उनके जीवन पर आधारित तेलीय चित्र प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
यह स्मारक राष्ट्रभक्तों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा, जहां वे भारत माता के इस महान योद्धा को नमन कर सकेंगे।
समाजवादी पार्टी नेता की माफी पर शक्ति सिंह का बयान
रामजी लाल सुमन के बयान के बाद उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया, जिससे शक्ति सिंह और भी ज्यादा नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि ऐसे नेता देश के महापुरुषों के बलिदान को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक ट्रेंड बन चुका है कि पहले विवादास्पद बयान दिए जाते हैं और फिर बाद में माफी मांग ली जाती है।
राजस्थान की गौरवशाली परंपरा और वर्तमान स्थिति
शक्ति सिंह ने राजस्थान के वीरतापूर्ण इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस भूमि ने सदियों तक विदेशी आक्रमणकारियों का सामना किया। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि आज के समय में समाज में बढ़ते अपराध और नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक वीर महाराणा सांगा जैसे राष्ट्रभक्तों को उचित सम्मान नहीं दिया जाता, तब तक यह देश अपनी गौरवशाली परंपराओं को सुरक्षित नहीं रख पाएगा।
निष्कर्ष
शक्ति सिंह बांदीकुई का यह बयान स्पष्ट करता है कि महाराणा सांगा भारतीय इतिहास में केवल एक योद्धा ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा हैं। उनका अपमान सहन नहीं किया जा सकता और उनके सम्मान की रक्षा हर भारतीय का कर्तव्य है। उनके बलिदान और देशभक्ति को ध्यान में रखते हुए हमें इस धरोहर को संजोकर रखना होगा।

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