आगामी लोकसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। सभी पार्टियां अपने प्रचार अभियान को नई रणनीतियों के साथ आगे बढ़ा रही हैं। प्रमुख दलों ने अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं, जिनमें विकास, रोजगार, और आर्थिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया गया है। जनता इस बार किसे सत्ता की चाबी सौंपेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।

वित्त मंत्री आज संसद में बजट 2025 पेश करेंगे। आम जनता और उद्योग जगत की निगाहें इस बजट पर टिकी हुई हैं। उम्मीद की जा रही है कि सरकार टैक्स में कुछ राहत दे सकती है और साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े निवेश की घोषणा कर सकती है।
भारत और अमेरिका के बीच एक नई व्यापार संधि पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे। यह संधि भारतीय स्टार्टअप्स, आईटी सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए नए अवसर लेकर आ सकती है।
देश के कुछ प्रमुख राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। कई नेता ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं और जनता से वोट मांग रहे हैं। जनता के मुद्दे इस बार क्या होंगे, यह चुनावी नतीजों पर अहम असर डाल सकता है।
विपक्षी दलों ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कई मुद्दों को उठाया है, जिनमें महंगाई, बेरोजगारी और कृषि नीतियां शामिल हैं। संसद में इस मुद्दे को लेकर जोरदार बहस हो रही है, जहां दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलीलें पेश कर रहे हैं।