जोधपुर, राजस्थान — जोधपुर शहर में एक संवेदनशील मामला सामने आया है जिसमें एक हिंदू युवती के कथित तौर पर मुस्लिम युवक के साथ जाने और उसके बाद अपने माता-पिता से मिलने से इनकार करने पर लव जिहाद के आरोप लगाए गए हैं। यह मामला सुरसागर थाना क्षेत्र से जुड़ा है और पीड़ित परिवार का आरोप है कि लड़की को बहला-फुसलाकर घर से भगाया गया।

क्या है पूरा मामला?
पीड़ित परिवार के अनुसार, युवती एक पढ़ी-लिखी और समझदार लड़की थी, जो ब्यूटी पार्लर में काम करती थी और पढ़ाई में भी अव्वल रही है। परिवार ने बताया कि युवती का स्वभाव पहले सामान्य था, लेकिन कुछ समय से उसके व्यवहार में बदलाव आ रहा था।
करीब पांच दिन पहले युवती अचानक लापता हो गई। कई दिन की तलाश के बाद जब परिवार को पुलिस के माध्यम से जानकारी मिली, तो वे कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और वहां लड़की से मिलने की कोशिश की। लेकिन, परिवार का दावा है कि युवती ने मिलने से साफ इनकार कर दिया और बार-बार सिर्फ एक ही बात दोहराई – “मैं मिलना नहीं चाहती।”
माता-पिता की भावुक अपील
युवती की मां और पिता ने मीडिया के सामने हाथ जोड़कर भावुक अपील की। उनका कहना था कि उन्होंने बेटी की हर जरूरत पूरी की, उसके लिए हर संभव कोशिश की, लेकिन अब बेटी उनसे दूर हो गई है।
“हम गरीब लोग हैं, हम कहीं भाग नहीं सकते। हमारे लिए हमारी बच्ची ही सब कुछ है,” – पिता
मां का कहना है कि बेटी पूरी तरह बदल चुकी है और उसके विचारों में नकारात्मकता आ गई है। परिवार को शक है कि यह मानसिक रूप से प्रभावित करने की वजह से हुआ है।
हिंदू संगठनों से सहयोग की मांग
परिवार ने बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों से सहयोग की अपील की है। उनका कहना है कि यह केवल उनका पारिवारिक मामला नहीं, बल्कि एक सामाजिक चिंता है।
“आज जो हमारे साथ हुआ है, वह कल किसी और के साथ भी हो सकता है। इसलिए सभी माता-पिता से निवेदन है कि अपनी बेटियों का ध्यान रखें,” – युवती की मां
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
परिवार का कहना है कि पुलिस ने अभी तक प्रभावी कदम नहीं उठाए हैं। हालांकि एक एडवोकेट परिवार के साथ आई हैं और कानूनी प्रक्रिया में सहायता कर रही हैं।
कमिश्नर कार्यालय के बाहर खड़े परिवार का कहना है कि उन्हें केवल अपनी बेटी वापस चाहिए। वे इस मुद्दे को बदनामी की परवाह किए बिना उठा रहे हैं ताकि समाज को जागरूक किया जा सके।
बढ़ते लव जिहाद के मामले?
वीडियो में सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने यह दावा भी किया कि जोधपुर और इसके आस-पास के क्षेत्रों में लव जिहाद जैसे मामलों की संख्या बढ़ रही है। उनका आरोप है कि मुस्लिम युवक हिंदू नामों का उपयोग कर लड़कियों को अपने जाल में फंसा रहे हैं और बाद में धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालते हैं।

हालांकि इस मामले में अभी तक कोई ठोस प्रमाण सामने नहीं आया है, लेकिन समुदाय में चिंता और आक्रोश दोनों साफ दिख रहे हैं।
समाज को क्या करना चाहिए?
इस मामले ने एक बार फिर माता-पिता और समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किशोर और युवाओं के मानसिक और भावनात्मक विकास पर किस तरह ध्यान दिया जाए।
- बच्चों के साथ खुलकर संवाद करें
- उनके मित्र मंडली और गतिविधियों पर नज़र रखें
- मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के उपयोग को नियंत्रित करें
- किसी भी असामान्य व्यवहार को नजरअंदाज न करें
निष्कर्ष
जोधपुर का यह मामला केवल एक परिवार की पीड़ा नहीं है, बल्कि यह समाज को एक गंभीर संदेश देता है – हमें अपने बच्चों के मानसिक, सामाजिक और नैतिक विकास पर ध्यान देना होगा।
Jhalko Rajasthan की ओर से हम प्रशासन से अपील करते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और अगर कोई दोषी है तो उस पर सख्त कार्रवाई हो। साथ ही, समाज को भी संवेदनशील बनकर ऐसे मामलों पर ध्यान देने की जरूरत है।
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