विधानसभा में बयान पर कांग्रेस का हंगामा
राजस्थान विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘दादी’ कहे जाने पर सियासी बवाल मच गया। कांग्रेस ने इस बयान को अपमानजनक बताते हुए विधानसभा के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इसे भाजपा की “तानाशाही नीति” करार देते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा।

बयान को लेकर कांग्रेस का विरोध
मंत्री अविनाश गहलोत ने इंदिरा गांधी के संदर्भ में ‘दादी’ शब्द का प्रयोग किया, जिससे कांग्रेस के विधायक और कार्यकर्ता भड़क गए। कांग्रेस का कहना है कि इस शब्द का इस्तेमाल कटाक्ष के रूप में किया गया, जो पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान है। कांग्रेस नेताओं ने इसे लेकर विधानसभा में विरोध जताया, जिसके बाद सदन में भारी हंगामा हुआ।
कांग्रेस नेताओं का बयान:
- कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने कहा, “यह भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है। इंदिरा गांधी केवल कांग्रेस की नहीं, पूरे देश की नेता थीं। उनका अपमान पूरे देश का अपमान है।”
- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “अगर भाजपा के नेता तमीज से बात नहीं कर सकते, तो कांग्रेस उन्हें करारा जवाब देगी। यह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक घटना है।”
छह कांग्रेस विधायकों का निलंबन
इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के छह विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने निलंबित कर दिया। कांग्रेस ने इसे “तानाशाही फैसला” करार दिया और सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग:
- निलंबित विधायकों को बहाल किया जाए।
- मंत्री अविनाश गहलोत सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
- भाजपा को अपने बयानों की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए।
विधानसभा के बाहर कांग्रेस का घेराव
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस घटना के विरोध में विधानसभा का घेराव किया। भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक सड़कों पर उतरे और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए और कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
प्रदर्शन के दौरान प्रमुख नारे:
- “तानाशाही नहीं चलेगी!”
- “लोकतंत्र की हत्या बंद करो!”
- “इंदिरा गांधी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे!”
भाजपा की सफाई
भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बयान में कुछ भी अपमानजनक नहीं था। मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा, “मैंने इंदिरा गांधी का नाम सम्मानपूर्वक लिया था। कांग्रेस बेवजह मुद्दा बना रही है।” भाजपा ने कांग्रेस पर विधानसभा में अनुशासन भंग करने का आरोप लगाया।
लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ा सियासी तापमान
राजस्थान में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस इसे जनता से जुड़ने का मौका मान रही है, जबकि भाजपा इसे विपक्ष की “राजनीतिक नौटंकी” करार दे रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।

निष्कर्ष
राजस्थान विधानसभा में इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी से कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी घमासान छिड़ गया है। जहां कांग्रेस इसे अपमानजनक मान रही है, वहीं भाजपा इस पर सफाई दे रही है। विधानसभा का घेराव और छह विधायकों का निलंबन इस विवाद को और गहरा सकता है। अब देखना होगा कि भाजपा सरकार इस विवाद से कैसे निपटती है और क्या कांग्रेस अपने विरोध को और तेज करेगी।