धोलपुर में दहेज के लिए विवाहिता की हत्या, ससुराल वालों ने भूसे में जलाया
दहेज प्रथा आज भी समाज के लिए अभिशाप बनी हुई है। धोलपुर जिले के सपू थाना क्षेत्र के नुनेरा गांव में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक विवाहिता को उसके ससुराल वालों ने दहेज की मांग पूरी न होने के कारण बेरहमी से मारकर भूसे के ढेर में जला दिया। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि दहेज के लालच में इंसान किस हद तक गिर सकता है।

मृतका के परिवार ने लगाया आरोप
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के घोसियाना गांव निवासी भगवान दास ने बताया कि उनकी दो बेटियों की शादी पांच साल पहले नुनेरा गांव के रहने वाले चरण सिंह के बेटों कमल किशोर और मनीष के साथ हुई थी। बड़ी बेटी प्रीति की शादी मनीष और छोटी बेटी नीरज की शादी कमल किशोर के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही दोनों बहनों को ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे।
खेत के मकान में जला दिया गया
मृतका नीरज के भाई मनोज ने बताया कि कमल किशोर अपनी पत्नी को गांव से बाहर खेत में बने एक मकान में रखता था, जबकि बड़ी बहन प्रीति गांव में ही ससुराल में रहती थी। मनोज ने आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने नीरज को बेरहमी से मारने के बाद उसे भूसे के ढेर में जलाकर हत्या कर दी।
बड़ी बहन प्रीति भी थी खतरे में
नीरज की बड़ी बहन प्रीति ने बताया कि ससुराल वाले लगातार दहेज के लिए उसे और उसकी बहन को प्रताड़ित करते थे। जब छोटी बहन को मारने के बाद जलाया गया, तो आरोपी उसे भी मारने आए, लेकिन उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया। इसके बाद आरोपी घर का कमरा बाहर से बंद कर फरार हो गए।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
सपू थाना प्रभारी वीरेंद्र मीणा ने बताया कि घटना के बाद से आरोपी ससुराल वाले फरार हैं। पुलिस ने पीड़ित पक्ष की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और भरतपुर से एफएसएल टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
दहेज के लिए कब तक होती रहेंगी हत्याएं?
इस घटना ने एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा की भयावहता को उजागर किया है। एक बेटी को अपनी जान देकर दहेज की कीमत चुकानी पड़ी, जो अत्यंत शर्मनाक है। समाज को इस कुप्रथा के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है। दहेज मांगना और देना, दोनों ही कानूनी अपराध हैं, और हर परिवार को इस कुरीति से दूर रहना चाहिए।
निष्कर्ष
आज भी भारत में दहेज के लालच में बेटियों की बलि दी जा रही है। सरकार और समाज को मिलकर इस प्रथा के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे, ताकि किसी भी बेटी को अपनी जान न गंवानी पड़े। झलको राजस्थान इस घटना की निंदा करता है और अपील करता है कि इस तरह के मामलों में कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।