झलको राजस्थान | चूरू
रतनगढ़ विधायक पूसाराम गोदारा की जन सुनवाई के दौरान नगर पालिका परिसर में कई अहम मुद्दों पर स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने खुलकर अपनी बात रखी। इस दौरान वार्डों की समस्याओं से लेकर शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार और श्मशान भूमि पर अतिक्रमण जैसे संवेदनशील मामलों ने जन सुनवाई को गंभीर बना दिया।

जन सुनवाई में गूंजीं आम जनता की आवाजें
नगर पालिका परिसर में आयोजित जन सुनवाई में सैकड़ों नागरिक शामिल हुए। वार्डों की समस्याएं जैसे पीने के पानी की किल्लत, बिजली आपूर्ति में अनियमितता, नाले-नालियों का निर्माण, अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी और गंदे पानी की निकासी जैसी कई मूलभूत समस्याओं को लेकर जनता ने विधायक के समक्ष आवाज उठाई।
नगर कांग्रेस अध्यक्ष जब्बार खोखर, पूर्व पालिका अध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया, ठेकेदार लालचंद मारू और पूर्व पार्षद मोहनलाल मेघवाल सहित कई जनप्रतिनिधियों ने नगर पालिका में 4.50 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच की मांग की।
विधायक पूसाराम गोदारा ने आश्वासन दिया कि इस मामले की जानकारी डीएलबी (नगरीय विकास विभाग), जिला कलेक्टर और नगरीय विकास मंत्री तक पहुंचाई जाएगी, ताकि “दूध का दूध और पानी का पानी” हो सके।
शिक्षकों का आंदोलन: भ्रष्टाचार और प्रताड़ना के खिलाफ लड़ाई
राजकीय बालिका विद्यालय, सादरपुर की प्रधानाचार्य सुशीला बलोदा के खिलाफ शिक्षकों का धरना सातवें दिन भी जारी रहा। आरोपों के अनुसार प्रधानाचार्य द्वारा न केवल शिक्षक सुमेर सिंह पूनिया के साथ मारपीट की गई, बल्कि पीएम श्री योजना के तहत आई राशि में भी भ्रष्टाचार किया गया है।
शिक्षकों ने बताया कि प्रधानाचार्य का व्यवहार लगातार अमर्यादित रहा है और बार-बार शिकायतों के बावजूद अब तक न तो कोई निष्पक्ष जांच हुई और न ही कोई कार्यवाही। आंदोलनरत शिक्षक सुमेर सिंह ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन छात्रों के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ है। उन्होंने बच्चों का परिणाम ईमानदारी से तैयार कर उच्चाधिकारियों को सौंप दिया है।
अब शिक्षक संघ इस मामले को जयपुर ले जाकर शिक्षा मंत्री से मिलने और लिखित ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहा है। खबर है कि अगले दिन सुबह 9 बजे शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है।
डालमा गांव में श्मशान भूमि पर अतिक्रमण का मामला गरमाया
सरदारशहर के नजदीकी गांव डालमा की रोही में श्मशान भूमि पर अतिक्रमण का गंभीर मामला सामने आया है। सासी समाज ने आरोप लगाया है कि दलित समुदाय के अंतिम संस्कार के लिए निर्धारित भूमि पर गांव के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। इस भूमि पर परंपरागत छतरियां बनी हुई हैं, जो सांस्कृतिक महत्व रखती हैं।
सासी समाज के लोगों ने बताया कि राजनैतिक दबाव के चलते ना तो अब तक जमीन की नपाई हुई है और ना ही कोई कार्यवाही। कई बार ज्ञापन देने और तहसीलदार से मिलने के बावजूद कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। समाज के लोगों ने यह मुद्दा जिला कलेक्टर के समक्ष भी उठाया और उचित कार्यवाही की मांग की।

नगर पालिका अधिकारी की अनुपस्थिति पर नाराजगी
जन सुनवाई के दौरान यह भी सामने आया कि नगर पालिका का अधिशासी अधिकारी लगातार अनुपस्थित चल रहा है। इस पर विधायक गोदारा ने कहा कि उच्च अधिकारियों को इस बारे में अवगत करवाकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
चूरू जिले में जन समस्याओं को लेकर जनता और जनप्रतिनिधियों की सक्रियता साफ दिखाई दी। चाहे वह शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार हो, स्थानीय समस्याएं हों या फिर दलित समाज की धार्मिक भूमि पर अतिक्रमण — हर मुद्दे को गंभीरता से उठाया गया। जन सुनवाई में विधायक द्वारा दिए गए आश्वासन और अधिकारियों तक शिकायतें पहुंचाने की प्रक्रिया से उम्मीद है कि जल्द ही इन मामलों में ठोस कार्रवाई होगी।
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