📍 चूरू जिले में बड़ी जन सुनवाई, विधायक पूसाराम गोदारा के सामने उठीं प्रमुख समस्याएं
रतनगढ़ के विधायक पूसाराम गोदारा ने नगर पालिका परिसर में आयोजित जन सुनवाई के दौरान सैकड़ों लोगों की समस्याएं सुनी। इस जन सुनवाई में मुख्य रूप से पीने के पानी की किल्लत, बिजली आपूर्ति में अनियमितता, नालियों की खराब स्थिति, अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, तथा गंदे पानी की निकासी जैसे मुद्दे उठाए गए।

पूर्व पार्षद मोहनलाल मेघवाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष जब्बार खोखर, पूर्व पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कटारिया और ठेकेदार लालचंद मारू समेत कई स्थानीय नेताओं ने नगर पालिका में हुए 4.50 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार की जांच की मांग की। विधायक गोदारा ने कहा कि इस संबंध में जिला कलेक्टर और नगरीय विकास मंत्री को अवगत करवा दिया जाएगा, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
🏫 शिक्षकों का आंदोलन: प्रधानाचार्य पर गंभीर आरोप, निष्पक्ष जांच की मांग
राजकीय बालिका विद्यालय, सादरपुर में कार्यरत शिक्षकों ने प्रधानाचार्य सुशीला बलोदा के खिलाफ लगातार सातवें दिन धरना जारी रखा। शिक्षक संघ ने प्रधानाचार्य पर अमर्यादित व्यवहार और पीएम श्री योजना की राशि में गबन के आरोप लगाए हैं।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य द्वारा शिक्षक सुमेर सिंह पूनिया के साथ मारपीट की गई, जिसके विरोध में पूरे स्कूल स्टाफ ने काम का बहिष्कार कर दिया। हालांकि, छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों ने ईमानदारी से वार्षिक परीक्षा परिणाम तैयार किया और सीबीओ को सौंप दिया।
अब यह मामला शिक्षा मंत्री के समक्ष उठाने की तैयारी की जा रही है। आंदोलनरत शिक्षकों ने साफ किया कि उनकी लड़ाई बच्चों के भविष्य के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ है।
⚠️ श्मशान भूमि पर अतिक्रमण: डालमा गांव के दलित समाज ने दी चेतावनी
सरदारशहर के डालमा गांव में स्थित दलित सासी समाज की श्मशान भूमि पर अवैध अतिक्रमण को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के कुछ प्रभावशाली लोगों ने श्मशान भूमि पर राजनीतिक दबाव के चलते कब्जा कर रखा है।
श्यामलाल, गांव के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि श्मशान भूमि में छतरियों के पास अवैध निर्माण किया गया है, जिससे समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले एक वर्ष से वे कलेक्टर, एसपी और तहसीलदार को आवेदन दे रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सीमा चिन्ह स्थापित कर अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो वे जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन करेंगे।
🚨 जन समस्याओं की अनदेखी पर कड़ा रुख
जन सुनवाई के दौरान विधायक गोदारा ने नगर पालिका अधिशासी अधिकारी की लगातार अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि संबंधित उच्च अधिकारियों को सूचित कर उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मंच से स्पष्ट किया कि क्षेत्र के विकास में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा।

सभी पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों की समस्याएं विधायक के सामने रखीं, जिसमें जल संकट, सीवरेज की गड़बड़ियां और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी प्रमुख रही।
🔚 निष्कर्ष: जन आवाज़ों की गूंज बनी जिला मुख्यालय तक
चूरू जिले में जनसुनवाई के दौरान सामने आई समस्याएं, शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार के आरोप, तथा अत्यंत संवेदनशील धार्मिक भूमि पर अतिक्रमण जैसे मुद्दे अब जिला प्रशासन और सरकार की परीक्षा बन चुके हैं। अब देखने वाली बात होगी कि इन समस्याओं का समाधान किस हद तक और कितनी जल्दी हो पाता है।
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