राजस्थान के जयपुर-सीकर हाईवे पर रविवार को एक बड़ा हादसा उस समय हो गया जब एक स्कॉर्पियो कार ट्रैक्टर ट्रॉली से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार में तुरंत आग लग गई और कुछ ही देर में लपटें इतनी तेज हो गईं कि इलाके में भगदड़ मच गई। यह हादसा रामपुरा डाबड़ी फ्लाईओवर के पास हुआ। स्थानीय लोगों और पुलिस की तत्परता से बड़ी जनहानि टल गई, लेकिन हादसा बेहद खौफनाक रहा।

कैसे हुआ हादसा: ट्रॉली से टकराई स्कॉर्पियो
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कॉर्पियो कार चोमू की ओर से आ रही थी और रामपुरा डाबड़ी फ्लाईओवर के पास पहुंचते ही सामने से आ रही बजरी से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली से भिड़ गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसी समय आग लग गई।
कार में सवार लोगों में से ड्राइवर का पैर टूट गया, लेकिन एयरबैग खुलने से उसकी जान बच गई। अन्य 3-4 लोगों को भी तुरंत कार से बाहर निकाला गया और एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा गया।
आग लगते ही मची अफरा-तफरी, ब्लास्ट का भी खतरा
हादसे के तुरंत बाद स्कॉर्पियो में आग की लपटें उठने लगीं। चश्मदीदों का कहना है कि कार में डीजल की टंकी पीछे की ओर थी और आग धीरे-धीरे उसी दिशा में बढ़ रही थी। लोग बार-बार चेतावनी दे रहे थे कि कार में किसी भी समय बड़ा ब्लास्ट हो सकता है, लेकिन कुछ लोग मोबाइल से वीडियो बनाते रहे और खतरे को नजरअंदाज करते रहे।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि घटनास्थल पर कई बार धमाकों जैसी आवाजें भी सुनाई दीं। स्थिति इतनी गंभीर थी कि ट्रैफिक को दोनों दिशाओं से रोकना पड़ा।
समय पर पहुंची पुलिस और दमकल, बुझाई गई आग
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। सेम टाइम पर आग पर काबू पा लिया गया, जिससे आसपास के इलाके में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि तब तक स्कॉर्पियो पूरी तरह जल चुकी थी।
फ्लाईओवर के नीचे और ऊपर दोनों ओर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिसे पुलिस ने धीरे-धीरे हटवाया।
चोमू की बताई जा रही है स्कॉर्पियो, ड्राइवर की हालत गंभीर
झलको राजस्थान को मिली जानकारी के अनुसार स्कॉर्पियो चोमू निवासी अधिवक्ता लिखड़ो की बताई जा रही है। हादसे के समय कार में चार-पांच लोग सवार थे। ड्राइवर का पैर टूट गया है, जबकि एक अन्य यात्री की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घायलों को समय पर एंबुलेंस से अस्पताल भेज दिया गया।

सुरक्षा नियमों की अनदेखी पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हाईवे पर भारी वाहन और ट्रॉली अक्सर ओवरलोड होती हैं और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जाती है। ट्रैक्टर ट्रॉली पर बजरी लदी होने के कारण भी यह हादसा और खतरनाक हो गया।
इसके साथ ही हादसे के बाद भी कई लोग आसपास जमा होकर मोबाइल से वीडियो बनाते रहे, जिससे राहत कार्य में रुकावटें आईं। यह समाज की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
झलको राजस्थान की अपील
Jhalko Rajasthan अपने पाठकों से अपील करता है कि सड़क पर दुर्घटना होने की स्थिति में वहां भीड़ इकट्ठा करने के बजाय प्रशासन और राहत कार्यों में सहयोग करें। साथ ही, ट्रैफिक नियमों का पालन करें और वाहन चलाते समय सतर्क रहें।
निष्कर्ष
जयपुर-सीकर हाईवे पर स्कॉर्पियो और ट्रैक्टर ट्रॉली की टक्कर ने एक बार फिर हाईवे सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि समय पर पहुंची पुलिस और दमकल की मदद से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना एक चेतावनी है कि लापरवाही और अनदेखी से जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता है।
आवश्यक है कि प्रशासन, आमजन और वाहन चालक मिलकर सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
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