हिट एंड रन की खौफनाक घटना से दहला जयपुर
जयपुर शहर सोमवार रात एक दिल दहला देने वाले हिट एंड रन एक्सीडेंट का गवाह बना, जिसमें कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष उस्मान खान की तेज रफ्तार कार ने तीन लोगों की जान ले ली और छह गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा नारगढ़ रोड से लेकर गणगौरी बाजार तक हुआ, जहां दर्जनों वाहन और राहगीर उस कार की चपेट में आ गए।

शराब के नशे में था आरोपी, नहीं लगाए ब्रेक
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपी उस्मान खान ने शराब के नशे में कार चलाते हुए 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन को बाजार की संकरी गलियों में दौड़ाया। चश्मदीदों ने बताया कि कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि उससे चिंगारियां निकल रही थीं, और वह किसी को कुचलने के बाद भी रुका नहीं।
एक स्थानीय नागरिक ने कहा,
“यह दुर्घटना नहीं, हत्या है। जिसने एक्सीडेंट के बाद भी ब्रेक नहीं लगाया, उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए।”
भीड़ ने आरोपी को पकड़ा, पुलिस को सौंपा
घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने आरोपी की कार का पीछा किया। नारगढ़ रोड से लेकर गणगौरी बाजार, एमआई रोड होते हुए, फूटकोर्ट के पास जाकर आरोपी को पकड़ लिया गया। कार के शीशे तोड़ दिए गए और उसे बुरी तरह पीटने के बाद पुलिस को सौंपा गया।
मृतकों की पहचान और पीड़ित परिवार की मांग
हादसे में जान गंवाने वालों में शामिल हैं:
- अवधदेश पारिक
- ममता कंवर का भाई वीरेंद्र सिंह
- एक अन्य व्यक्ति (नाम स्पष्ट नहीं)
तीनों मृतक किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से थे। पीड़ित परिवारों ने सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी की मांग की है। इसके अलावा, घायलों के लिए 20 लाख रुपये की सहायता राशि की भी मांग की जा रही है।
राजनीतिक रंग: कांग्रेस नेता पर गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों और विरोध कर रहे समूहों का आरोप है कि आरोपी कांग्रेस नेता होने के कारण उसे राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। वीडियो में साफ दिखा कि अमीन कागजी नामक नेता उसे रात को थाने से शिफ्ट करवा कर सेफ जोन में ले गए।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा:
“क्या वोट सिर्फ मुसलमान ही देते हैं? विधायक सुबह से नजर तक नहीं आए। जनता को ऐसे नेताओं को घर बैठाना चाहिए।”
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप, विरोध में बाजार बंद
घटना के बाद गणगौरी बाजार सहित आसपास के क्षेत्र की सभी दुकानों को बंद कर दिया गया। आक्रोशित जनता ने रोड जाम कर विरोध जताया। पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस की चेतावनी देनी पड़ी। प्रदर्शन स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

विपक्षी नेताओं की मांग: बुलडोजर चले दोषी पर
कुछ नेताओं ने योगी मॉडल की मांग करते हुए कहा कि जैसे उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर चलता है, वैसा ही यहां भी हो। दोषी की संपत्ति पर कार्रवाई की मांग भी उठाई जा रही है।
कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल
घटना के बाद कांग्रेस की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं। किशनपोल विधायक अमीन कागजी और हवा महल विधायक अब तक मौके पर नहीं पहुंचे, जबकि केवल बालमुकुंद आचार्य धरनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
जनता की मांग: न्याय और कठोर सजा
स्थानीय लोगों और व्यापार मंडल ने एक सुर में कहा कि इस घटना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। एक व्यापार मंडल अध्यक्ष ने कहा,
“हमने अपने व्यापार बंद कर दिए हैं। कोई भी गाड़ी नहीं निकलने दी जाएगी जब तक न्याय नहीं मिलेगा।”
निष्कर्ष: न्याय की राह देख रहे परिजन
जयपुर की यह घटना न केवल एक हिट एंड रन केस है, बल्कि एक राजनीतिक, सामाजिक और कानूनी व्यवस्था की असफलता का भी प्रतीक बन गई है। पीड़ित परिवार अब भी न्याय और मुआवजे की आस में हैं, जबकि जनता का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा।
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