हनुमान बेनीवाल ने खोले कई राजनीतिक राज, कहा – “मैं सत्ता के लिए नहीं, सम्मान के लिए लड़ रहा हूं”
झलको राजस्थान, नागौर – राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक तीखे इंटरव्यू में वाइट हाउस, भर्ती परीक्षाओं में धांधली और कांग्रेस-भाजपा की राजनीति पर खुलकर बात की। उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कई खुलासे किए और आने वाले आंदोलनों की रूपरेखा भी पेश की।

भर्ती घोटालों पर सरकार को घेरा
हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान में हो रही भर्तियों में गड़बड़ी का मुद्दा जोरशोर से उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल से एसआई भर्ती परीक्षा जैसी कई परीक्षाएं विवादों में घिरी हैं और सरकार अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाया तो एक लाख युवाओं की रैली जयपुर में आयोजित की जाएगी और जरूरत पड़ी तो दिल्ली कूच भी किया जाएगा।
“मैं जान जोखिम में डाल कर सड़कों पर बैठा हूं, बच्चों के बीच हूं। अगर अब भी सरकार नहीं चेती तो पूरे राजस्थान से लोग सड़कों पर उतरेंगे।”
वाइट हाउस और मंत्री पर गंभीर आरोप
इंटरव्यू में बेनीवाल ने बार-बार वाइट हाउस का जिक्र किया, जिसे लेकर उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि कई रहस्यों का अड्डा है। उन्होंने एक मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने करीबी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं होने दे रहा है।
“वाइट हाउस में कांग्रेस और भाजपा दोनों के लोग जाते रहे हैं। ये कोई नया ठिकाना नहीं है, लेकिन अब इसके अंदर के राज सामने लाने का समय आ गया है।”
सचिन पायलट पर चुटकी
बेनीवाल ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर तंज कसते हुए कहा कि डॉक्टर ने उन्हें धूप में जाने से मना कर दिया है वरना उनका रंग काला पड़ जाएगा। उन्होंने व्यंग्य में कहा, “मैं भी गोरा था, लेकिन आंदोलन करते-करते रंग चला गया।”
सत्ता से दूरी और संघर्ष का इरादा
उन्होंने दो टूक कहा कि उन्हें सत्ता का कोई लोभ नहीं है। अगर सत्ता चाहिए होती तो बाकी नेताओं की तरह दो बयान देकर चुप बैठ जाते। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही युवाओं के मुद्दों को दरकिनार कर रही हैं, लेकिन RLP का उद्देश्य युवाओं को न्याय दिलाना है।
“यह राजस्थान की लड़ाई है, और इस लड़ाई को सिर्फ हनुमान बेनीवाल ही लड़ रहा है।”
आंदोलन की रणनीति और भविष्य की योजना
हनुमान बेनीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि 2028 तक अगर हालात नहीं बदले, तो “आर या पार” की लड़ाई होगी। उन्होंने RPSC को भंग करने, एसआई भर्ती रद्द कराने और सभी विवादित मामलों की CBI जांच कराने की मांग दोहराई।
“हम शांतिपूर्वक आंदोलन करेंगे, लेकिन सरकार ने अगर ध्यान नहीं दिया तो उग्र आंदोलन भी संभव है।”
निष्कर्ष
हनुमान बेनीवाल का यह इंटरव्यू न केवल राज्य की राजनीति में हलचल मचाने वाला है, बल्कि आने वाले समय में RLP की रणनीति को भी स्पष्ट करता है। युवाओं की आवाज़ को प्रमुखता देने और भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने के इरादे से भरा यह साक्षात्कार, राजस्थान की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकता है।
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