जयपुर की सड़कों पर उठा विवाद: बाबा धीरेंद्र शास्त्री का बयान
राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है। हाल ही में जयपुर की सड़कों पर बाबा धीरेंद्र शास्त्री का बयान सुर्खियों में रहा, जिसमें उन्होंने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि गोविंद देव जी मंदिर के लिए कांग्रेस सरकार द्वारा दिए गए 100 करोड़ रुपये भाजपा सरकार ने आईफा अवॉर्ड्स के आयोजन में खर्च कर दिए।

गोविंद देव जी मंदिर के 100 करोड़ का मुद्दा
बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने कृष्णयन कॉरिडोर के लिए 100 करोड़ रुपये दिए थे, जिससे गोविंद देव जी मंदिर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया जाना था। लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद यह पैसा कहीं और खर्च कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि गोविंद देव जी मंदिर के सामने ऊंची-ऊंची दीवारें बना दी गईं और अब भक्तों को मंदिर में दर्शन करने में कठिनाई हो रही है।
आईफा अवॉर्ड्स में 100 करोड़ रुपये की फिजूलखर्ची?
बाबा धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, पहली बार देश के इतिहास में राजस्थान सरकार ने एक निजी आयोजन, आईफा अवॉर्ड्स, में 100 करोड़ रुपये खर्च किए। आईफा एक निजी संस्था है, जिसमें बॉलीवुड के सितारे शामिल होते हैं और भारी फीस लेते हैं। बाबा का कहना है कि भाजपा सरकार ने मंदिर के लिए निर्धारित 100 करोड़ रुपये आईफा अवॉर्ड्स की चकाचौंध में बहा दिए, जिससे हिंदू आस्थावान लोग आहत हैं।
आईफा में शराब, चिकन-मटन पार्टी के आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि आईफा के आयोजन में सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया। इस दौरान महंगे होटल बुक कराए गए, शराब पार्टियां हुईं और मांसाहार परोसने के लिए सरकारी पैसे खर्च किए गए। उनके अनुसार, राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और अन्य मंत्रियों ने भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इसका आनंद उठाया।
होली पर प्रतिबंध और भाजपा की रणनीति
बाबा ने भाजपा सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि इस बार राजस्थान में होली पर गुलाल खेलने तक पर प्रतिबंध लगा दिया गया। उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार हिंदू त्योहारों पर पाबंदी लगा रही है, तब उसे आईफा अवॉर्ड्स पर इतना पैसा खर्च करने की क्या जरूरत थी?
लाउडस्पीकर विवाद और भाजपा का दोहरा रवैया
बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने लाउडस्पीकर विवाद पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक लाउडस्पीकर से सिरदर्द होने की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन जब बात मंदिरों की आती है, तो वे कोई ठोस कानून नहीं लाते। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को सच में इससे परेशानी है तो वे विधानसभा में कानून लाकर इसे रोक सकते हैं।
भ्रष्टाचार और अवैध बजरी खनन पर सवाल
इसके अलावा, उन्होंने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार और अवैध बजरी खनन के आरोप भी लगाए। उनके अनुसार, भाजपा सरकार के आने के बाद भी कांग्रेस सरकार के कार्यों को ही आगे बढ़ाया गया है और अब तक कोई नया विकास कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बजरी माफियाओं को खुली छूट मिली हुई है और पुलिस अधिकारियों को सख्ती बरतने से रोका जा रहा है।
जनता से अपील: जवाबदेही तय करने का समय
बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने जनता से अपील की कि वे सरकार से सवाल करें कि आखिर गोविंद देव जी मंदिर के 100 करोड़ रुपये कहां गए? उन्होंने कहा कि मंदिरों के लिए निर्धारित धनराशि का उपयोग किसी अन्य कार्य में करना धार्मिक आस्थाओं का अपमान है और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।