चूरू – वीरभूमि चूरू में वीरगति प्राप्त योद्धाओं की याद में बने “वीरगति स्मारक” का आज भव्य लोकार्पण किया गया। इस मौके पर भारतीय सेना के सत शक्ति कमांडर विशेष रूप से मौजूद रहे। हजारों लोगों की भीड़ इस ऐतिहासिक क्षण की गवाह बनी और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

वीरों की भूमि को मिला गौरवशाली स्मारक
राजस्थान को वीरों की भूमि कहा जाता है, लेकिन चूरू जिले में अब तक ऐसा कोई स्मारक नहीं था जो युवाओं को सेना और देशभक्ति की प्रेरणा दे सके। हीरावत ब्रदर्स और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से इस भव्य स्मारक का निर्माण किया गया है।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर अभिषेक सुराना और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और स्मारक के महत्व को रेखांकित किया।
स्मारक की प्रमुख विशेषताएं:
✔ युद्ध टैंक और अन्य सैन्य प्रदर्शनी
✔ भारतीय सेना के शौर्य और बलिदान को दर्शाने वाले शिलालेख
✔ युवाओं को प्रेरित करने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन
युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगा स्मारक
यह स्मारक केवल एक धरोहर नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा। यहां 15 अगस्त, 26 जनवरी और अन्य राष्ट्रीय पर्वों पर विशेष आयोजन किए जाएंगे, जिससे युवाओं में देशभक्ति की भावना प्रबल होगी।
मेजर पवन कुमार (शौर्य चक्र) ने कहा:
“इस स्मारक से युवाओं को सेना और राष्ट्रसेवा की प्रेरणा मिलेगी। हमारे वीर जवानों ने जो बलिदान दिए हैं, यह स्मारक उन्हें सदा याद दिलाएगा।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
📌 “इतना भव्य स्मारक बड़े शहरों में भी नहीं होता, हमें गर्व है कि चूरू को यह सम्मान मिला।”
📌 “हमारे बच्चे यहां आकर देशभक्ति और बलिदान का सही अर्थ समझेंगे।”
यह वीरगति स्मारक केवल चूरू ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के लिए एक ऐतिहासिक धरोहर बन चुका है, जो आने वाले वर्षों तक देशभक्ति की अलख जगाता रहेगा।
