पहलगाम घटना को लेकर चूरू में फ्लैग मार्च
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है। चूरू जिले में भी इस घटना के विरोध में पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। जिले की कानून व्यवस्था बनाए रखने और आपसी भाईचारे को सुरक्षित रखने के लिए यह फ्लैग मार्च निकाला गया।

कहां-कहां निकाला गया फ्लैग मार्च?
फ्लैग मार्च का नेतृत्व एसपी जय यादव ने किया, जो धर्म स्तूप चौकी, लाल घंटाघर, गढ़ चौराहा, सफेद घंटाघर, सुभाष चौक, धोबीरा और नई सड़क तक निकाला गया। इस मार्च का उद्देश्य था कि शहर में कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की भड़काऊ या आपत्तिजनक टिप्पणी न करे।
एसपी जय यादव ने स्पष्ट किया कि कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी असामाजिक तत्व अगर गड़बड़ी फैलाने की कोशिश करता है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तानी बहू मेहवेश की भारत में रहने की अपील
चूरू जिले के गांव पीथसर में रह रही पाकिस्तानी नागरिक मेहवेश की मुश्किलें इन दिनों बढ़ती जा रही हैं। मेहवेश ने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि उसे पाकिस्तान न भेजा जाए और उसे भारत में ही रहने की अनुमति दी जाए।
रहमान से की शादी, पहली पत्नी ने उठाए सवाल
मेहवेश ने जुलाई 2024 में गांव पीथसर निवासी और दो बच्चों के पिता रहमान से शादी की थी। रहमान की पहली पत्नी फरीदा, जो कि हनुमानगढ़ जिले के भादरा में रहती है, ने चूरू एसपी ऑफिस पहुंचकर मेहवेश को पाकिस्तान भेजने की मांग की है।
फरीदा का आरोप है कि मेहवेश भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है। हालांकि, मेहवेश ने अपने बयान में कहा कि उसे भारत और भारत के लोग बेहद पसंद हैं और वह यहां रहना चाहती है।
मेहवेश ने किया लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन
मेहवेश ने कहा,
“भारत सरकार से विनती है कि मुझे यहीं रहने दिया जाए। मैं लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन कर चुकी हूं। 9 महीने से मैं अपने ससुराल में रह रही हूं और सभी नियमों का पालन कर रही हूं। मुझे भारत और यहां के लोग बहुत पसंद हैं।”
चूरू में नया न्याय भवन, हाई कोर्ट जजों ने किया शिलान्यास
राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश मनोज कुमार गर्ग और कुलदीप माथुर चूरू दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पुलिस लाइन में नए कोर्ट भवन का शिलान्यास किया। यह भवन आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा और अगले दो वर्षों में इसका निर्माण कार्य पूर्ण किया जाएगा।
बाल संप्रेषण गृह का भी किया निरीक्षण
न्यायाधीशों ने चूरू शहर के अग्रसेन नगर स्थित बाल संप्रेषण गृह का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

अधिवक्ताओं के लिए नई सुविधाओं की घोषणा
इस मौके पर अधिवक्ता अभिषेक तावरी ने बताया कि अभी न्यायालय अलग-अलग स्थानों पर संचालित हो रहे हैं, लेकिन नया न्याय भवन बनने के बाद सभी न्यायालय एक ही भवन में कार्यरत होंगे। इससे अधिवक्ताओं और वादियों को सुविधा मिलेगी।
अधिवक्ताओं ने एनडीपीएस कोर्ट की स्थापना, लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण, अधिवक्ताओं के लिए चेंबर और पक्षकारों के लिए विश्राम गृह जैसी मांगें भी रखीं।
निष्कर्ष
चूरू जिले में वर्तमान हालात काफी संवेदनशील हैं। एक ओर जहाँ जम्मू-कश्मीर की घटना के बाद जिले में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन सख्त है, वहीं दूसरी ओर एक पाकिस्तानी महिला मेहवेश की भारत में बसने की इंसानी अपील भी सामने आ रही है। इसके साथ ही न्यायिक प्रणाली को और अधिक सक्षम और आधुनिक बनाने की दिशा में चूरू ने एक बड़ा कदम उठाया है।
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