चूरू की सरकारी स्कूल की छात्राओं ने किया कमाल, शानदार प्रदर्शन पर मिली फ्री हवाई यात्रा

Jhalko Rajasthan | चूरू
राजस्थान के चूरू जिले की एक साधारण सी सरकारी स्कूल की बेटियों ने ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिसने सभी को चौंका दिया। इन छात्राओं ने बोर्ड परीक्षा में उम्मीद से कई ज्यादा अंक हासिल किए, और इनकी इस उपलब्धि के सम्मान में इन्हें फ्री हवाई यात्रा का तोहफा मिला। यह कहानी केवल परीक्षा में अच्छे अंक लाने की नहीं, बल्कि संघर्ष, संकल्प और सफलता की मिसाल है।
सरकारी स्कूल, लेकिन सपना बड़ा
चूरू जिले के एक छोटे से गांव में स्थित यह सरकारी स्कूल अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बन चुका है। यहां की कुछ छात्राओं ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में ऐसे शानदार नंबर हासिल किए हैं, जिनकी किसी को उम्मीद नहीं थी।
इन छात्राओं की खास बात यह है कि इनमें से अधिकतर गरीब या मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं। कई के माता-पिता किसान, मजदूर या छोटा-मोटा व्यवसाय करते हैं। संसाधनों की कमी के बावजूद इन बेटियों ने लगन और मेहनत से खुद को साबित कर दिखाया।
सफलता का इनाम: फ्री हवाई यात्रा
इन छात्राओं की मेहनत और सफलता को सम्मान देने के लिए, एक स्थानीय सामाजिक संगठन ने पहल करते हुए उन्हें एक विशेष फ्री हवाई यात्रा का अवसर दिया। यह यात्रा न केवल उनके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनी, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा बन गई है।
छात्राओं ने पहली बार हवाई जहाज में बैठने का अनुभव किया, और उनमें से कई ने तो पहले कभी रेलवे स्टेशन भी नहीं देखा था। उनका यह अनुभव कैमरे में कैद हो गया और यूट्यूब वीडियो में वायरल भी हो गया।
बच्चियों की ज़ुबानी: “हमें खुद पर गर्व है”
जब इन छात्राओं से पूछा गया कि उन्हें यह सफलता कैसे मिली, तो उन्होंने कहा:
“हमारे पास महंगे कोचिंग सेंटर नहीं थे, लेकिन हमारे स्कूल के शिक्षकों ने हमें लगातार गाइड किया। हमने मेहनत की और आज इसका फल मिला।”
एक छात्रा ने कहा:
“हमें यकीन नहीं हो रहा कि हम फ्लाइट में सफर कर पाएंगे। यह तो सपना जैसा लग रहा है।”
स्कूल प्रशासन और टीचर्स की भूमिका
इस सफलता में स्कूल के शिक्षकों और प्रिंसिपल की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने छात्राओं को लगातार पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष समय और संसाधन उपलब्ध कराए।

स्कूल प्रशासन ने यह दिखा दिया कि अगर सरकारी स्कूलों में ईमानदारी से शिक्षा दी जाए, तो वहां के बच्चे भी किसी प्राइवेट स्कूल के स्टूडेंट्स से कम नहीं हैं।
समाज को संदेश: बेटियां अगर उड़ेंगी, तो आसमान भी छोटा लगेगा
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि अगर बेटियों को अवसर मिले, तो वे हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं। यह न केवल एक स्कूल की कहानी है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक संदेश है कि शिक्षा ही असली शक्ति है।
यह पहल उन लोगों के लिए भी जवाब है, जो आज भी सरकारी स्कूलों को शिक्षा का बेहतर माध्यम नहीं मानते।
निष्कर्ष: उम्मीद से ज्यादा की उड़ान
Jhalko Rajasthan की इस विशेष रिपोर्ट में हमने देखा कि चूरू की सरकारी स्कूल की बेटियों ने कैसे मेहनत, आत्मविश्वास और लगन से अपने सपनों को पंख दिए।
फ्री हवाई यात्रा एक इनाम है, लेकिन असली जीत उनके आत्मबल की है। यह कहानी हजारों बेटियों के लिए एक प्रेरणा है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी सपना पूरा हो सकता है।
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