चौमू, राजस्थान: चौमू थाना क्षेत्र के नीमड़ी मोरीजा गांव में एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में हत्या का मामला सामने आया है। घटना स्थल पर शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है, लेकिन परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है।

घटना का विवरण
17 मार्च की सुबह सामोद थाना क्षेत्र के नीमड़ी मोरीजा गांव में एक युवक की लाश संदिग्ध स्थिति में पाई गई। मृतक युवक को सात दिनों से गायब बताया जा रहा था। स्थानीय लोगों का मानना है कि युवक की हत्या प्लॉट के विवाद को लेकर की गई है।
परिजनों का आक्रोश
घटना के बाद मृतक के परिजन और सैनी समाज के लोग धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। उनका यह भी कहना है कि जब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। पुलिस ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का यह भी कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सामुदायिक आक्रोश
सैनी समाज के साथ अन्य समाजों के लोग भी इस धरने में शामिल हो गए हैं। उनका कहना है कि चौमू, जो एक शांतिपूर्ण क्षेत्र माना जाता था, वहां अब अपराधियों का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर कठोर सजा दी जाए।
पुलिस प्रशासन पर सवाल
धरना प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना है कि पुलिस का ‘अपराधियों में भय, आमजन में विश्वास’ का सिद्धांत अब उल्टा साबित हो रहा है। उनका मानना है कि अगर समय पर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो अपराधियों का मनोबल और बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
इस पूरे घटनाक्रम के बाद चौमू में भय और आक्रोश का माहौल है। परिजनों और स्थानीय लोगों का प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए। पुलिस प्रशासन को भी इस मामले में सख्ती दिखाते हुए जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।