जयपुर: होली के रंग में सराबोर हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता

राजस्थान में होली का उत्सव जोरों पर है और जयपुर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता भी इस रंगीन त्योहार का आनंद लेते दिखे। प्रदेश के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी, सांसद मंजू शर्मा सहित कई बड़े नेता जयपुर स्थित बीजेपी कार्यालय में होली उत्सव में शामिल हुए।
बीजेपी कार्यालय में मना फाग उत्सव
बीजेपी कार्यालय में इस बार होली का जश्न मनाने के लिए खास आयोजन किया गया था। इस उत्सव में पार्टी के कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में घनश्याम तिवाड़ी, जयपुर सांसद मंजू शर्मा, मदन राठौड़ समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।
होली के इस अवसर पर सभी नेताओं ने पारंपरिक लोक गीतों के साथ नृत्य भी किया। रंग-गुलाल उड़ाकर सभी ने इस पर्व का आनंद लिया।
मंजू शर्मा ने साझा की अपनी भावनाएं
होली के इस अवसर पर जब सांसद मंजू शर्मा से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा, “हमारे यहां की परंपरा में बड़े भाई को भाईसाहब और छोटे को चाचा कहने का रिवाज है। घनश्याम तिवाड़ी मेरे पिताजी को भाईसाहब कहते थे, इसलिए मैं उन्हें चाचा कहती हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि पहले जमाने में लोग कई दिनों तक होली मनाया करते थे, लेकिन अब समय के साथ परंपराओं में बदलाव आया है। अब लोग होली के कुछ दिन पहले से ही इसे मनाने लगे हैं ताकि त्योहार के दिन अन्य जरूरी कार्यों में व्यस्त न हों।
राजस्थान में होली का अलग अंदाज
राजस्थान अपनी विविध संस्कृति के लिए जाना जाता है और होली भी यहां अनोखे अंदाज में मनाई जाती है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न परंपराओं के तहत यह त्योहार मनाया जाता है।
घनश्याम तिवाड़ी ने बताया, “राजस्थान में होली का महत्व सिर्फ रंगों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोक गीतों, लोक नृत्यों और पारंपरिक रीति-रिवाजों से भी जुड़ी हुई है। शेखावटी में गींदड़ नृत्य, ढप की थाप और लोक गीतों के साथ होली मनाने की परंपरा रही है।”
समय के साथ बदला होली मनाने का तरीका
मंजू शर्मा ने यह भी कहा कि पहले लोग पूरे 15-20 दिनों तक होली मनाया करते थे, लेकिन अब समय बदल चुका है। पहले की तुलना में अब होली को अलग-अलग समूहों और संगठनों द्वारा मनाने की परंपरा बढ़ रही है।

उन्होंने कहा, “अब जगह-जगह अलग-अलग समाज और संस्थाएं अपने कार्यक्रम रख रही हैं, जिससे लोगों को होली मनाने के अधिक अवसर मिल रहे हैं। यह एक अच्छी परंपरा है जो लोगों को त्योहार के रंग में पहले से ही रंग देती है।”
भव्य आयोजन और लोक गीतों की धुन पर झूमे नेता
बीजेपी कार्यालय में हुए इस आयोजन में पारंपरिक लोक गीतों पर झूमते हुए नेताओं को देखना बेहद खास था। नेताओं ने जमकर गुलाल उड़ाया और एक-दूसरे को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं।
घनश्याम तिवाड़ी और अन्य नेताओं ने कई लोकप्रिय लोक गीत भी गाए और होली की महिमा का गुणगान किया।
होली का यह उत्सव राजनीतिक से परे, खुशी और भाईचारे का प्रतीक
होली का यह आयोजन राजनीतिक मतभेदों से परे, आपसी भाईचारे और प्रेम को बढ़ाने वाला रहा। इस मौके पर सभी नेताओं ने एक-दूसरे को बधाइयां दीं और समाज में सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया।
जयपुर में बीजेपी कार्यालय का यह होली उत्सव यह साबित करता है कि त्योहारों का असली मकसद सिर्फ रंग खेलना नहीं, बल्कि मिल-जुलकर खुशियां मनाना और समाज में प्रेम एवं सद्भाव को बढ़ावा देना है।