बीकानेर: राजस्थान के बीकानेर जिले में एक जमीन विवाद ने उग्र रूप ले लिया। एक ही परिवार के दो पक्षों में लंबे समय से चली आ रही संपत्ति को लेकर तनातनी ने हिंसक रूप धारण कर लिया। इस विवाद में जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिससे विवाद और भी गरमा गया है।

क्या है पूरा मामला?
बीकानेर के शिवाड़ी इलाके में एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच संपत्ति को लेकर वर्षों पुराना विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन इसके बावजूद दोनों पक्षों में आए दिन विवाद होते रहते हैं।
इस बार यह विवाद हिंसक हो गया, जब एक पक्ष ने कथित तौर पर दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया। आरोप है कि पत्थरबाजी की गई, जिससे एक व्यक्ति को गंभीर चोटें आईं। घायल पक्ष का कहना है कि उनके घर पर हमला कर संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की गई।
भाई ने भाई पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले में एक पक्ष ने अपने ही भाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित ने बताया कि संपत्ति उनके माता-पिता की थी, जिसका कानूनी रूप से बंटवारा किया गया था। इसके बावजूद, दूसरे पक्ष ने उनके हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश की।
पीड़ित पक्ष का दावा है कि उनके पास सभी वैध दस्तावेज मौजूद हैं, लेकिन विपक्षी पक्ष ने फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर कब्जा करने की योजना बनाई है। इसके अलावा, आरोप लगाया गया कि 80,000 रुपये प्रति माह किराए की आमदनी भी हड़पने की कोशिश की जा रही है।
विपक्षी पक्ष की सफाई
दूसरे पक्ष का कहना है कि संपत्ति पर उनका पूरा अधिकार है और वे इसे किसी भी हाल में छोड़ने को तैयार नहीं हैं। उनका दावा है कि जमीन पुश्तैनी है और इसका आधा हिस्सा उनके नाम पर पहले ही दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीड़ित पक्ष फर्जी दस्तावेज दिखाकर जबरदस्ती कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।
इसके अलावा, विपक्षी पक्ष ने बताया कि उन्होंने कभी कोई मारपीट या पत्थरबाजी नहीं की, बल्कि यह सब उन्हें फंसाने के लिए किया गया है। उनके अनुसार, जब दीवार गिराई गई थी, तब वे वहां मौजूद भी नहीं थे और उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
पुलिस प्रशासन की भूमिका
इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस को सूचना दी, लेकिन उनकी शिकायतों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई। उनका आरोप है कि पुलिस प्रशासन निष्पक्ष तरीके से जांच नहीं कर रहा और मामले को नजरअंदाज कर रहा है।
दूसरी ओर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की पूरी तरह से जांच कर रहे हैं और कोर्ट के आदेशों के अनुसार ही कार्रवाई करेंगे।

वीडियो आया सामने, बढ़ा विवाद
इस झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में पत्थरबाजी और दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस देखी जा सकती है। इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है कि वे मामले की निष्पक्ष जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
क्या हो सकता है आगे?
- कोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है।
- पुलिस प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच करने की बात कर रहा है।
- यदि दोनों पक्षों में आपसी समझौता नहीं होता, तो कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
- इस विवाद से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है, जिसे देखते हुए पुलिस सुरक्षा के इंतजाम कर सकती है।
निष्कर्ष
बीकानेर में संपत्ति विवाद ने हिंसक रूप ले लिया है और इस मामले में पुलिस तथा प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल, इलाके में तनाव बना हुआ है और लोगों में इस घटना को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
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