बीकानेर के शास्त्री नगर में एक गहरी खड्डे ने लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। यह खड्डा सड़क पर मौजूद है और लंबे समय से इसकी मरम्मत नहीं की गई है। प्रशासन की लापरवाही के कारण यह खड्डा मौत का कुआं बन गया है। आए दिन लोग इस खड्डे का शिकार हो रहे हैं, जिनमें से कुछ तो गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। कई बार इस खड्डे में गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या प्रशासन तब तक कदम उठाएगा जब तक कोई हादसा नहीं हो जाता?

खड्डा: मौत का कुआं या प्रशासन की लापरवाही?
बीकानेर के शास्त्री नगर स्थित मुख्य सड़क पर एक खड्डा पिछले डेढ़ साल से पड़ा हुआ है। यह खड्डा इतना गहरा है कि कोई भी व्यक्ति या वाहन इसके अंदर गिर सकता है। इसकी गहराई लगभग 25-30 फीट तक है, और चौड़ाई 10-12 फीट के करीब है। सड़क पर मौजूद इस खड्डे के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ समय पहले एक मोटरसाइकिल सवार इस खड्डे में गिर गया, लेकिन शुक्र था कि उसे आसपास के लोगों की मदद से समय रहते बाहर निकाला जा सका। हालांकि, यह हादसा गनीमत था, लेकिन अगला हादसा किसी के लिए भी घातक हो सकता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया: शिकायतों के बावजूद कोई समाधान नहीं
स्थानीय निवासियों और राहगीरों ने इस खड्डे के बारे में कई बार प्रशासन को सूचित किया है। ऑनलाइन शिकायत पोर्टल पर भी कई बार शिकायतें दर्ज की गईं, लेकिन इसके बावजूद खड्डे का समाधान नहीं किया गया। प्रशासन द्वारा हर बार यह जवाब दिया जाता है कि समस्या का समाधान कर लिया गया है, लेकिन जब कैमरे के सामने इस खड्डे का निरीक्षण किया जाता है, तो स्थिति वही की वही रहती है।
स्थानीय लोग भी इस खड्डे को “मौत का कुआं” कहने लगे हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि इस खड्डे की मरम्मत के लिए कई बार शिकायत की गई है, लेकिन प्रशासन ने कभी इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। इसके परिणामस्वरूप, यह खड्डा दिन-प्रतिदिन और गहरा हो रहा है और किसी भी दुर्घटना का खतरा बढ़ता जा रहा है।
सड़क पर खड्डा बनने से बढ़ रही दुर्घटनाओं की संख्या
खड्डे के कारण आने-जाने वाले लोगों की सुरक्षा पर संकट मंडरा रहा है। कोई भी व्यक्ति जो इस खड्डे के पास से गुजरता है, वह दुर्घटना का शिकार हो सकता है। एक बार तो एक बाइक सवार गाड़ी सहित खड्डे में गिर गया था, लेकिन गनीमत रही कि उसे गंभीर चोटें नहीं आईं। हालांकि, इस तरह की घटनाओं के बाद प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यह खड्डा पिछले डेढ़ साल से वैसे का वैसा पड़ा है, और प्रशासन इसे ठीक करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा।
खड्डे के पास की स्थिति और भी भयावह है क्योंकि इसमें सीवरेज लाइन का बड़ा चेंबर भी स्थित है, जिससे अगर कोई गिरता है तो उसे गंभीर चोटें आ सकती हैं। अब यह सवाल उठता है कि प्रशासन किस प्रकार की गंभीरता दिखाएगा और कब तक इस खड्डे को भरा जाएगा, ताकि और कोई दुर्घटना न हो?
स्थानीय लोगों की परेशानियां और प्रशासन से मांग
स्थानीय निवासी इस खड्डे को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने कई बार नगर निगम और प्रशासन से इस खड्डे की मरम्मत करने की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि कई बार इस खड्डे के पास से गुजरते वक्त वह अपने परिवार और बच्चों को लेकर चिंतित रहते हैं क्योंकि यहां गिरने का खतरा बहुत ज्यादा है। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द खड्डे को भरने की मांग की है ताकि आगे कोई बड़ी दुर्घटना न हो।
निष्कर्ष: प्रशासन का मौन और बढ़ती दुर्घटनाएं
बीकानेर में शास्त्री नगर की मुख्य सड़क पर पड़ा यह खड्डा न केवल राहगीरों के लिए खतरा है, बल्कि यह प्रशासन की लापरवाही का भी उदाहरण है। इस खड्डे के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और भविष्य में भी ऐसे हादसों की संभावना बनी हुई है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस खड्डे की मरम्मत करें और जल्द से जल्द इसे भरने का काम शुरू करें ताकि यहां से गुजरने वाले लोग सुरक्षित रह सकें।
बीकानेर के निवासियों और राहगीरों की जान की सुरक्षा के लिए प्रशासन को अब कोई ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि इस खड्डे से जुड़े खतरों से निजात मिल सके।

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