झालको राजस्थान | बीकानेर से विशेष रिपोर्ट
राजस्थान के बीकानेर जिले के पवनपुरी क्षेत्र से एक बेहद निंदनीय और अमानवीय घटना सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय निवासियों को झकझोर दिया है, बल्कि पूरे प्रदेश में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। घटना में एक निर्दोष गाय के बछड़े के साथ क्रूरता बरती गई, जिसकी जानकारी मिलते ही गौरक्षक संगठनों ने मौके पर पहुंचकर सख्त कार्रवाई की मांग की।

घटना का विवरण: पवनपुरी की शर्मनाक तस्वीर
जानकारी के अनुसार, बीकानेर के पवनपुरी इलाके में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक बछड़े के साथ अमानवीय हरकत की, जिसे देखकर स्थानीय लोग स्तब्ध रह गए। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि मानवता को भी शर्मसार करती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना रात के समय की है, जब बछड़ा एक निर्माणाधीन स्थल के पास घूम रहा था। तभी कुछ अज्ञात युवक वहां पहुंचे और उसके साथ क्रूरता की।
हालांकि घटना की पूरी सच्चाई अभी सामने नहीं आई है, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने वीडियो फुटेज के माध्यम से इसे सार्वजनिक किया।
गौरक्षकों का गुस्सा: दी सख्त चेतावनी
घटना की जानकारी मिलते ही बीकानेर के गौरक्षक संगठनों के सदस्य मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रशासन और पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
गौरक्षक प्रमुख रमेश गहलोत ने कहा:
“यदि प्रशासन ने दोषियों की गिरफ्तारी नहीं की, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और उग्र आंदोलन करेंगे। गौ माता के अपमान को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
स्थानीय लोगों में भी रोष
पवनपुरी क्षेत्र के स्थानीय निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना की निंदा की है। एक बुजुर्ग स्थानीय नागरिक ने कहा:
“हमने ऐसा जघन्य दृश्य पहले कभी नहीं देखा। यह केवल बछड़े के साथ क्रूरता नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और आस्था पर हमला है।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही बीकानेर पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम शुरू कर दिया है।
बीकानेर के एसएचओ दिनेश कुमार ने बताया:
“हमने जांच शुरू कर दी है। अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं
इस संवेदनशील मामले में राजनीतिक दलों की भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
RLP नेता हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर कहा:
“राजस्थान में गाय और गौवंश की सुरक्षा केवल भाषणों तक सीमित रह गई है। सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”
वहीं कांग्रेस और भाजपा के स्थानीय नेताओं ने भी इस घटना की निंदा की और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
सोशल मीडिया पर उबाल
जैसे ही घटना का वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

- #JusticeForCalf
- #SaveGauMata
जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
लोगों ने इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की।
पशु संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग
कई पशु अधिकार संगठनों ने भी इस घटना को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की मांग की है।
पशु संरक्षण अधिनियम, 1960 की धाराओं के तहत आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की जा रही है।
निष्कर्ष: क्या प्रशासन देगा न्याय?
बीकानेर के पवनपुरी की यह घटना केवल एक बछड़े पर हमला नहीं, बल्कि समाज की संवेदनशीलता और कानून व्यवस्था की परीक्षा है।
अब देखना यह है कि प्रशासन और पुलिस दोषियों के खिलाफ कितनी तत्परता से कार्रवाई करती है और क्या गौरक्षकों की चेतावनी के बाद हालात बिगड़ने से पहले सुलझते हैं।
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