बीकानेर | झलको राजस्थान डेस्क
बीकानेर शहर में शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र के सामने एक भीषण हादसा हुआ, जब एक गैस सिलेंडर फटने से तीन मंजिला इमारत पूरी तरह से जमींदोज हो गई। हादसे में कई लोगों के घायल होने और 3-4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मौके पर राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।

हादसे की लोकेशन और समय
यह हादसा बीकानेर के सबसे व्यस्त बाजार क्षेत्र में हुआ, जहां लगभग 25 दुकानों वाला एक बड़ा मार्केट मौजूद है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह 10 बजे एक जोरदार धमाका हुआ जिसकी आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी।
चश्मदीदों की ज़ुबानी: “मौत को सामने से देखा”
प्रत्यक्षदर्शी आबिद गौरी ने बताया, “मैं मार्केट के ठीक सामने खड़ा था। जैसे ही धमाका हुआ, मैं समझा ट्रांसफार्मर फटा होगा। लेकिन जब पीछे मुड़ा तो देखा कि पूरी तीन मंजिला इमारत मलबे में तब्दील हो चुकी थी। ऐसा लगा जैसे मौत को सामने से देख लिया।”
दूसरे स्थानीय निवासी ने कहा, “अगर मैं दो मिनट और वहीं खड़ा रहता तो शायद मेरी जान भी नहीं बचती। मेरी पत्नी ने फोन किया तभी मैं वहाँ से हटा और मेरी जान बची।”
तीन मंजिला इमारत ध्वस्त, अंदर दबे हैं कई लोग
धमाके से जो इमारत ढही, उसमें दो अंडरग्राउंड फ्लोर और एक ऊपरी मंजिल थी। सभी फ्लोर पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो गए। बताया जा रहा है कि इमारत में करीब 40-50 लोग मौजूद थे, जिनमें से 10-15 लोगों को अब तक सुरक्षित निकाला जा चुका है।
राहत कार्य में लगे एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “अब तक 25-30 लोगों के अंदर दबे होने की आशंका है। राहत और बचाव दल लगातार जेसीबी, ट्रैक्टर और ट्रॉली की मदद से मलबा हटा रहे हैं।”
क्या था हादसे का कारण?
स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसा रसोई गैस सिलेंडर फटने से हुआ। कुछ लोगों का मानना है कि इससे पहले ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी, इसलिए इस धमाके से लोग भ्रम में पड़ गए और इसे मिसाइल अटैक या ट्रांसफार्मर फटना समझ बैठे।
पीड़ित परिवारों की हालत गंभीर
घटना स्थल पर मौजूद एक पीड़ित ने बताया, “मेरे दो भतीजे वहां काम कर रहे थे। एक को गंभीर हालत में ICU में भर्ती किया गया है, जबकि दूसरा अभी तक मलबे में दबा है।” एक अन्य दुकानदार ने बताया कि वह हादसे के ठीक 10 मिनट पहले चाय देकर निकला था, जिससे उसकी जान बच गई।
प्रशासन और पुलिस ने संभाली कमान
कोतवाली थाना हादसे की जगह से बिल्कुल सामने है, इसलिए पुलिस समय रहते मौके पर पहुंच गई। पुलिस और SDRF की टीम मलबे से लोगों को निकालने में जुटी है। मौके पर मेडिकल सहायता, ट्रॉली, जेसीबी, और एंबुलेंस भी तैनात हैं।

स्थानीय लोग भी जुटे राहत कार्य में
मौके पर मौजूद लोग प्रशासन के साथ मिलकर घायलों को निकालने और अस्पताल पहुंचाने में मदद कर रहे हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, “लोगों की जान बचाने के लिए सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से भी पूरा सहयोग मिल रहा है।”
भविष्य के लिए चेतावनी और सवाल
स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए हैं कि इतनी बड़ी इमारत में आगजनी या सिलेंडर फटने जैसी घटना से निपटने की कोई व्यवस्था क्यों नहीं थी? हादसे के बाद मॉक ड्रिल या सुरक्षा मानकों को लेकर प्रशासन की तैयारी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
अब तक का अपडेट
- घायल: 15 से अधिक
- मृतक: 3-4 की पुष्टि (संख्या बढ़ सकती है)
- अंदर दबे लोग: अनुमानित 25-30
- दुकानें प्रभावित: लगभग 25
- राहत कार्य: जारी
निष्कर्ष
बीकानेर में हुआ यह हादसा न सिर्फ स्थानीय प्रशासन बल्कि पूरे राजस्थान के लिए एक चेतावनी है कि बाजार क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए। फिलहाल प्रशासन की टीम लगातार राहत कार्यों में जुटी है और लोगों से अपील की गई है कि वे घटनास्थल पर भीड़ ना लगाएं और रेस्क्यू कार्य में सहयोग करें।
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