हादसे की पूरी घटना

बीकानेर के देशनोक क्षेत्र में रात करीब 11 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें एक ट्रक और कार के बीच भीषण टक्कर हो गई। यह हादसा ब्रिज के ऊपर हुआ, जहां ट्रक पलटकर कार के ऊपर गिर गया। इस हादसे में एक ही परिवार के छह सदस्यों की मौत हो गई, जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
चश्मदीदों का बयान
घटना के समय वहां मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि उन्होंने एक जोरदार धमाके की आवाज सुनी। आवाज सुनकर वे तुरंत ब्रिज के ऊपर पहुंचे, जहां ट्रक पूरी तरह से कार के ऊपर पलटा हुआ था। पहले तो उन्हें कार नजर ही नहीं आई, क्योंकि ट्रक के अंदर भरे सामान ने कार को पूरी तरह ढक रखा था।
एक चश्मदीद आसिफ ने बताया, “हम लोग ब्रिज के नीचे बैठे थे, तभी अचानक एक तेज आवाज सुनी। पहले लगा कि टायर फट गया होगा, लेकिन जब ऊपर पहुंचे तो देखा कि ट्रक और कार की भीषण टक्कर हो गई थी। ट्रक के ड्राइवर को तो किसी तरह निकाल लिया गया, लेकिन कार में फंसे लोगों को निकालना मुश्किल हो गया।”
रेस्क्यू ऑपरेशन और प्रशासन की देरी
घटना के बाद मौके पर जुटे लोगों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी और अपनी तरफ से राहत कार्य शुरू कर दिया। कई लोग अपने घरों से फावड़ा और कस्सी लेकर पहुंचे और ट्रक के अंदर भरे सामान को हटाने में जुट गए। प्रशासन की टीम लगभग 20 मिनट बाद मौके पर पहुंची और जेसीबी और हाइड्रा मशीनों की मदद से कार में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग डेढ़ घंटे तक चला, जिसके बाद कार के अंदर से सभी छह लोगों को बाहर निकाला गया। हालांकि, तब तक सभी की मौत हो चुकी थी। एंबुलेंस द्वारा सभी को बीकानेर रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हादसे के कारण और ब्रिज की खामियां
स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह ब्रिज बनने के बाद से ही कई हादसे हो चुके हैं। आसिफ ने बताया, “इस ब्रिज पर टायर फटने और एक्सीडेंट की घटनाएं आम हैं। यहाँ की रोशनी भी काफी कमजोर है, जिससे रात में गाड़ियों का संतुलन बिगड़ जाता है।”
लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि इस ब्रिज पर और अधिक सुरक्षा उपाय किए जाएं, ताकि आगे कोई ऐसा हादसा न हो।
मृतकों के परिवार का दर्द
हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोग एक ही परिवार से थे। यह हादसा उनके परिवार के लिए कभी न भरने वाला घाव बन गया है। लोगों ने सरकार से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है।
अंतिम विचार
बीकानेर की यह घटना एक गहरी सोचने वाली स्थिति है, जहां विकास की राह में सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस दर्दनाक हादसे से सबक लेते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने चाहिए।
