बाड़मेर के हालात अब बीकानेर में, जल संकट के खिलाफ उठी ग्रामीणों की आवाज
बीकानेर जिले के भानीपुरा गांव में जल संकट इतना विकराल हो गया है कि ग्रामीणों को अपनी पीड़ा जताने के लिए विधायक को पानी की टंकी पर चढ़ाना पड़ा। गांव में पिछले 15 महीनों से पीने के पानी की आपूर्ति पूरी तरह बाधित है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन, जलदाय विभाग और सरकार को बार-बार अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला।

हर घर नल योजना की सच्चाई – कनेक्शन हैं, पानी नहीं
सरकार द्वारा चलाई जा रही “हर घर नल” योजना गांव में शुरू तो हुई, लेकिन नलों में पानी नहीं आता। ग्रामीणों के अनुसार, गांव में दो ट्यूबवेल हैं जो छह महीने से खराब पड़े हैं। मरम्मत के नाम पर केवल औपचारिकता होती है। कभी तार जोड़ दिए जाते हैं तो कभी मोटर चला दी जाती है, लेकिन कुछ ही समय बाद फिर सब ठप हो जाता है।
पशु मर रहे हैं प्यास से, इंसानों को भी नहीं मिल रहा पानी
ग्रामीणों ने बताया कि पशुधन की स्थिति और भी चिंताजनक है। गायें और अन्य मवेशी प्यास से बेहाल हैं। गांव में बनी पानी की टंकी भी शोपीस बनी हुई है – पानी आता नहीं और दिखावे के लिए खड़ी है।
टैंकरों से मंगवाना पड़ रहा पानी, हर परिवार पर ₹1500 तक का खर्च
पानी के लिए गांववालों को मजबूरन निजी टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा है। एक टैंकर मंगवाने में ₹1000 से ₹1500 तक का खर्च आता है, जो गरीब किसानों और मजदूरों के लिए एक बड़ा बोझ है। 8-10 किलोमीटर दूर स्थित नहर से पानी भरकर गांव तक पहुंचाया जा रहा है।
विधायक का दिखावा – “मैं तो यहीं खड़ा हूं, पानी तो फुल फ्रेश है”
पानी की समस्या पर विधायक से संवाद करने पहुंचे ग्रामीणों ने जब उन्हें वास्तविक हालात दिखाने की कोशिश की, तो विधायक खुद पानी की टंकी पर चढ़ गए और कहा, “पानी तो फुल फ्रेश है।” इससे ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया। उनका कहना है कि विधायक सिर्फ दिखावा कर रहे हैं, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
कुएं भी हुए बेकार, मोटर डालकर छोड़ दी गई, अब ऊंट से भी नहीं निकल रहा पानी
गांव में पुराने समय में उपयोग में लाए जाने वाले कुएं भी अब अनुपयोगी हो गए हैं। जिनमें मोटर डाल दी गई, वे अब जाम हो चुकी हैं। पहले गांव के लोग ऊंटों की मदद से पानी निकालते थे, लेकिन अब उस व्यवस्था को भी भुला दिया गया है। सरकार की अनदेखी ने ग्रामीणों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
भीषण गर्मी और जल संकट – प्रशासन अब भी मौन
गांव में गर्मी का पारा 40 डिग्री से ऊपर है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन और जलदाय विभाग की नींद नहीं खुली है। ज्ञापन दिए जा चुके हैं, कॉल किए जा चुके हैं, शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं निकला।
ग्रामीणों की मांग – तुरंत बहाल हो जल आपूर्ति, जिम्मेदारों पर हो कार्रवाई
भानीपुरा के ग्रामीणों ने झलको राजस्थान से बातचीत में कहा कि यदि जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे जिला कलेक्टर और मुख्यमंत्री कार्यालय तक प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीणों की मांग है:
- ट्यूबवेल की तुरंत मरम्मत की जाए
- जलदाय विभाग गांव का दौरा करे
- पानी की टंकी से सुचारु सप्लाई बहाल हो
- जिन अधिकारियों की लापरवाही से यह संकट है, उन पर कार्रवाई हो
निष्कर्ष – जल संकट बना जीवन संकट, अब आर-पार की लड़ाई
भानीपुरा गांव की यह स्थिति राजस्थान के सैकड़ों गांवों की सच्चाई है। योजनाएं कागजों में हैं, जमीनी हकीकत अलग। जनता प्यास से मर रही है और प्रशासन अभी भी आंखें मूंदे बैठा है। अगर समय रहते समाधान नहीं हुआ, तो यह जनाक्रोश आंदोलन में बदल सकता है।

- चूरू की जनता के प्यार पर बोले Rajendra Rathore, विरोधियों को दिया करारा जवाब
- शादी के 14 साल बाद बने थे जुड़वां बच्चों के पिता, हेलिकॉप्टर हादसे ने छीन ली जिंदगी
- जोधपुर से जयपुर तक गरमाया Resident Doctor विवाद, Nirmal Choudhary ने क्या कहा?
- बीकानेर में पीले पंजे की कार्रवाई पर NSUI अध्यक्ष रामनिवास कूकणा का विरोध प्रदर्शन
- बीकानेर में तांत्रिकों का खुला भंडाफोड़: झाड़-फूंक की आड़ में चल रहा था बड़ा खेल