आगरा सिर्फ ताजमहल के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी खास मिठाई ‘पेठा’ के लिए भी दुनियाभर में मशहूर है। यह एक शुद्ध और पारंपरिक मिठाई है, जो अपने अनोखे स्वाद और सेहतमंद गुणों के कारण हर किसी की पसंद बनी हुई है। आइए जानते हैं कि आगरा का पेठा क्यों इतना प्रसिद्ध है, इसमें कितनी वैरायटीज उपलब्ध हैं और इसे कैसे तैयार किया जाता है।

आगरा का पेठा क्यों है इतना मशहूर?
पेठे की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण इसकी शुद्धता और विभिन्न स्वादों में उपलब्धता है। इसकी शुरुआत करीब 99 साल पहले हुई थी, जब श्री पंची लाल जी ने इसे पहली बार बनाया था। तब से लेकर आज तक इसकी गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया गया है।
इसके अलावा, पेठे की ख़ासियत यह है कि इसमें किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं होती, जिससे यह अन्य मिठाइयों की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है।
पेठे की विभिन्न वैरायटीज
आगरा के बाजारों में आपको 27 से 28 तरह के पेठे देखने को मिलेंगे। यह अलग-अलग फ्लेवर और टेक्सचर में उपलब्ध होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:
- सादा पेठा – यह सबसे पारंपरिक रूप है, जिसमें किसी भी तरह का अतिरिक्त फ्लेवर नहीं डाला जाता।
- मैंगो पेठा – इसमें आम का स्वाद डाला जाता है, जिससे यह बेहद खास बन जाता है।
- खस पेठा – खस के शरबत का फ्लेवर इसमें डाला जाता है, जो इसे अनोखा बनाता है।
- रोज फ्लेवर पेठा – इसमें गुलाब का स्वाद और खुशबू होती है।
- कोकोनट पेठा – नारियल के स्वाद के कारण इसे बेहद पसंद किया जाता है।
- केसर पिस्ता पेठा – केसर और पिस्ता का अनोखा मिश्रण इसे खास बनाता है।
- ड्राई अंगूरी पेठा – यह सूखा पेठा होता है, जिसे अंगूर जैसा स्वाद देने के लिए तैयार किया जाता है।
- शुगर-फ्री पेठा – डायबिटीज मरीजों के लिए खासतौर पर तैयार किया जाता है, जिसमें स्टेविया का उपयोग किया जाता है।
- पान पेठा – पान के स्वाद से भरपूर यह पेठा बेहद अनोखा होता है।
- मलाई कुल्फी पेठा – आइसक्रीम फ्लेवर में उपलब्ध यह पेठा नई पीढ़ी को बेहद पसंद आता है।
पेठा कैसे बनाया जाता है?
पेठा बनाने की प्रक्रिया बेहद खास होती है, जिसमें निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:
- सफेद कद्दू (पंपकिन) का चयन: पेठा बनाने के लिए खास सफेद कद्दू का उपयोग किया जाता है। यह पाचन के लिए भी बेहद लाभदायक होता है।
- कद्दू की सफाई और कटाई: कद्दू को अच्छी तरह धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाता है।
- उबालने की प्रक्रिया: इन टुकड़ों को अच्छे से उबाला जाता है, जिससे वे मुलायम हो जाएं।
- चीनी की चाशनी में डुबोना: उबले हुए कद्दू के टुकड़ों को चीनी की चाशनी में डाला जाता है, जिससे वे मीठे और स्वादिष्ट बन जाते हैं।
- फ्लेवरिंग और फिनिशिंग: अंत में, जरूरत के अनुसार अलग-अलग फ्लेवर मिलाए जाते हैं और फिर इसे सुखाया जाता है।
पेठा खाने के फायदे
- पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद: यह पेट को ठंडक देता है और पाचन को सुधारता है।
- डायबिटीज मरीजों के लिए उपयोगी: शुगर-फ्री पेठा डायबिटीज मरीजों के लिए एक बढ़िया विकल्प है।
- लंग्स को साफ करता है: अंगूरी पेठा फेफड़ों की सफाई में सहायक होता है।
- बीमारियों में राहत: पीलिया और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं में डॉक्टर इसे खाने की सलाह देते हैं।
पेठे की बढ़ती लोकप्रियता
आज, आगरा का पेठा सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका है। इसे बनाने के लिए बड़े स्तर पर फैक्ट्रियों का संचालन किया जा रहा है। दिवाली और अन्य त्यौहारों पर इसकी मांग और भी बढ़ जाती है।
अगर आप भी आगरा जाते हैं, तो वहां के प्रसिद्ध ‘पंछी पेठा’ स्टोर से इस अनोखी मिठाई का स्वाद जरूर चखें। यह न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
क्या आपको पहले पता था कि आगरा में पेठे की इतनी वैरायटी उपलब्ध है? कमेंट करके हमें जरूर बताएं!
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