जयपुर।
डॉ. राकेश बिश्नोई की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद प्रदेशभर में लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को जयपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। बारिश की परवाह किए बिना सैकड़ों की भीड़ न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आई। ‘Jhalko Rajasthan’ को मिली जानकारी के अनुसार, यह आंदोलन जनआक्रोश का प्रतीक बन चुका है।

न्याय की मांग के साथ उमड़ा जनसैलाब
मुख्यमंत्री निवास के बाहर जुटी भीड़ में शामिल लोगों ने एक सुर में सरकार से डॉक्टर राकेश बिश्नोई की मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की। प्रदर्शन में शामिल युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों और डॉक्टरों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की — “डॉ. राकेश को न्याय दो”, “सरकार जवाब दो” जैसी आवाजें गूंजती रहीं।
बारिश में भी नहीं रुका विरोध
इस विरोध प्रदर्शन की खास बात यह रही कि तेज बारिश के बावजूद प्रदर्शनकारियों का हौसला कम नहीं हुआ। कई लोग छातों और रेनकोट के साथ आए, लेकिन अधिकतर लोग भीगते हुए ही धरने में डटे रहे। यह दृश्य देखकर यह साफ हो गया कि लोग इस मुद्दे को लेकर कितने गंभीर और संवेदनशील हैं।
सोशल मीडिया पर भी छाया आंदोलन
डॉ. राकेश बिश्नोई के समर्थन में चल रहे इस आंदोलन को सोशल मीडिया पर भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #JusticeForDrRakeshBishnoi ट्रेंड कर रहा है। हजारों लोगों ने पोस्ट शेयर कर सरकार से निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
विपक्ष ने भी उठाई आवाज
इस मुद्दे पर अब राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। कई विपक्षी नेताओं ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं और डॉक्टर की मौत को लेकर राज्य सरकार को घेरा है। नेताओं ने यह भी कहा कि अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी बन सकता है।
मृतक डॉक्टर के परिवार का दर्द
डॉ. राकेश बिश्नोई के परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों का कहना है कि राकेश किसी भी हाल में आत्महत्या नहीं कर सकते। उनका व्यवहार सामान्य था और वे अपने काम में पूरी तरह समर्पित थे। परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
प्रशासन की चुप्पी बनी चिंता का विषय
प्रदर्शन के दौरान कई लोगों ने प्रशासन की चुप्पी पर भी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि इतने बड़े जनआंदोलन के बावजूद सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई ठोस बयान नहीं आया है, जो जनता में अविश्वास का कारण बन रहा है।
क्या है अगला कदम?
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं हुई तो यह आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है। वे सीएम आवास के बाहर लगातार धरने पर बैठने और जिलावार जनआंदोलन छेड़ने की तैयारी में हैं।
निष्कर्ष:
डॉ. राकेश बिश्नोई की मौत अब केवल एक परिवार का मुद्दा नहीं रह गया है, बल्कि यह जनआवाज़ बन चुका है। बारिश में भी लोगों का उमड़ना यह दर्शाता है कि जनता अब चुप नहीं बैठना चाहती। सरकार को जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जनता का विश्वास बहाल हो सके।

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