झालको राजस्थान | विशेष रिपोर्ट
राजस्थान के वरिष्ठ समाजसेवी और लोकप्रिय जनप्रतिनिधि भगवान सिंह जी रोलसबसार के निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन के पश्चात आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राजनीतिक दलों के कई प्रमुख नेताओं ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके योगदान को याद किया।

श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा जनसैलाब
श्रद्धांजलि सभा में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणजन, समर्थक, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक प्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन बेहद भावुक वातावरण में हुआ, जहां हर कोई भगवान सिंह जी के योगदान और उनके सरल स्वभाव को याद करता नजर आया।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संबोधन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भगवान सिंह जी के योगदान की सराहना करते हुए कहा –
“भगवान सिंह जी समाज के उन स्तंभों में से एक थे जिन्होंने जनहित को सर्वोपरि रखा। वे हमेशा हर वर्ग की आवाज़ उठाते रहे। उनका जाना प्रदेश की राजनीति और सामाजिक चेतना के लिए अपूरणीय क्षति है।”
गहलोत ने उनके परिवार को सांत्वना दी और कहा कि उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।
विपक्षी नेताओं ने भी दी श्रद्धांजलि
भाजपा, RLP, और अन्य दलों के नेताओं ने भी इस मौके पर भगवान सिंह जी को श्रद्धांजलि दी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश चौटाला ने कहा –
“राजनीति में मतभेद हो सकते हैं लेकिन भगवान सिंह जैसे नेता सबके दिलों में जगह बना लेते हैं। उनका जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित था।”
RLP प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा –
“भगवान सिंह जी ने गांव-गांव घूमकर जनता की आवाज़ को बुलंद किया। वे हमारे लिए पथ-प्रदर्शक थे।”
सामाजिक संगठनों ने भी जताया दुख
केवल राजनीतिक ही नहीं, बल्कि अनेक सामाजिक संगठनों और युवा मोर्चा के प्रतिनिधियों ने भी श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया।
राजस्थान किसान यूनियन के प्रतिनिधियों ने कहा कि भगवान सिंह जी ने हमेशा किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया और उनकी आवाज़ शासन तक पहुंचाई।
स्थानीय जनता की भावुक प्रतिक्रियाएं
श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित कई स्थानीय निवासियों ने भगवान सिंह जी से जुड़ी अपनी यादें साझा कीं।
एक बुजुर्ग ने कहा –
“जब भी गांव में कोई संकट आता, भगवान सिंह जी सबसे पहले पहुंचते। उनके जैसे नेता बिरले ही होते हैं।”
राजनीतिक जीवन और योगदान की झलक
भगवान सिंह जी रोलसबसार का राजनीतिक जीवन सादगी, निष्ठा और सेवा भाव से भरा रहा।

- वे कई वर्षों तक पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक महत्वपूर्ण पदों पर रहे।
- उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास को लेकर कई जनहितकारी योजनाएं चलाईं।
- वे हमेशा पारदर्शिता और सच्चाई के लिए जाने जाते रहे।
परिवार ने जताया आभार
भगवान सिंह जी के परिवार की ओर से उनके पुत्र ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि –
“आप सभी की उपस्थिति हमारे लिए संबल है। हम पिता जी के दिखाए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”
निष्कर्ष
भगवान सिंह जी रोलसबसार का निधन केवल एक व्यक्ति का नहीं बल्कि एक विचारधारा और सेवा भावना का अवसान है। उन्होंने अपने जीवन से यह सिद्ध कर दिया कि राजनीति केवल सत्ता का साधन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम हो सकती है।
झालको राजस्थान भगवान सिंह जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है और उनके आदर्शों को नमन करता है।
- चूरू की जनता के प्यार पर बोले Rajendra Rathore, विरोधियों को दिया करारा जवाब
- शादी के 14 साल बाद बने थे जुड़वां बच्चों के पिता, हेलिकॉप्टर हादसे ने छीन ली जिंदगी
- जोधपुर से जयपुर तक गरमाया Resident Doctor विवाद, Nirmal Choudhary ने क्या कहा?
- बीकानेर में पीले पंजे की कार्रवाई पर NSUI अध्यक्ष रामनिवास कूकणा का विरोध प्रदर्शन
- बीकानेर में तांत्रिकों का खुला भंडाफोड़: झाड़-फूंक की आड़ में चल रहा था बड़ा खेल