चूरू के मातृ एवं शिशु अस्पताल में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया
चूरू के राजकीय मातृ एवं शिशु अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अस्पताल के स्टाफ प्रसूता के परिजनों से बधाई लेने के नाम पर पैसे लेते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो जिले के अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि ऑपरेशन थिएटर और लेबर रूम में स्टाफ न केवल पैसे मांग रहा है, बल्कि इसे लेकर कोई शर्म या झिझक भी नहीं दिखा रहा है।

अस्पताल के हालात सुधारने की जरूरत
यह पहली बार नहीं है जब चूरू के अस्पतालों में इस तरह की अनियमितताएं सामने आई हैं। इससे पहले भी अस्पताल में शराब पार्टी करने, टॉर्च की रोशनी में इलाज करने जैसे मामले उजागर हो चुके हैं। ऐसे मामलों से यह स्पष्ट होता है कि चिकित्सा व्यवस्था में सुधार की सख्त जरूरत है ताकि मरीजों को उचित सेवा मिल सके और भ्रष्टाचार से निजात मिल सके।
चूरू की भीषण गर्मी और आम जनजीवन पर प्रभाव
चूरू में इस समय भीषण गर्मी का दौर जारी है। तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। गर्मी के कारण लोगों को रातों में भी राहत नहीं मिल रही है। बिजली कटौती से आमजन परेशान हैं और इससे उनके स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
चूरू की विशिष्ट जलवायु और लोकजीवन
चूरू पूरे विश्व में अपनी चरम जलवायु के लिए प्रसिद्ध है। यहां के तापमान में गर्मियों में 50 डिग्री तक की वृद्धि और सर्दियों में बहुत कम तापमान दर्ज किया जाता है। इन चरम तापमानों के बावजूद, चूरू के निवासी मेहनत और धैर्य से अपना काम करते हैं। यह बात स्थानीय निवासी रचना कोठारी ने बताई, जो अनुव्रत समिति की अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि यहां के लोग न केवल इस चरम गर्मी को सहन कर लेते हैं, बल्कि अपने पारंपरिक तरीकों से भी गर्मी से बचाव करते हैं।
चूरू के लोग गर्मी से बचाव के लिए अपनाते हैं विशेष उपाय
चूरू के लोग गर्मी से बचाव के लिए सिर और मुंह पर दुपट्टा बांधते हैं और ताजगी देने वाले फल जैसे तरबूज, खरबूजा आदि का सेवन करते हैं। इसके अलावा प्याज का भी लू से बचाव के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। राजस्थान की प्रसिद्ध राबड़ी भी लू से बचाव में मददगार मानी जाती है।
मेडिकल सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता
चूरू में चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में भी सुधार की जरूरत महसूस की जा रही है। आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद, अस्पतालों में कई जगह पर भ्रष्टाचार और अनियमितताएं मरीजों और उनके परिवारों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह अस्पतालों में पारदर्शिता और कड़ाई से नियमों का पालन कराएं ताकि जनता का भरोसा बना रहे।
निष्कर्ष
चूरू के मातृ एवं शिशु अस्पताल का वायरल वीडियो प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। साथ ही, जिले की भीषण गर्मी और बिजली कटौती जैसी समस्याओं को भी प्राथमिकता से हल किया जाना चाहिए ताकि आम जनता को बेहतर जीवन स्तर मिल सके।
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