बीकानेर के मुक्ता प्रसाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामपुरा क्षेत्र में चोरों ने एक बार फिर पुलिस को चुनौती देते हुए रात के समय एक पिकअप गाड़ी चोरी कर ली। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें दो अज्ञात व्यक्ति गाड़ी को चुराते हुए साफ देखे जा सकते हैं। यह घटना पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है।

घटना की पूरी कहानी: 3 बजे रात को अज्ञात चोरों ने की वारदात
मुक्ता प्रसाद कॉलोनी निवासी पीड़ित परिवार की पिकअप गाड़ी घर के बाहर खड़ी थी। रात करीब 2:47 बजे दो अज्ञात युवक वहां पहुंचे, गाड़ी को चेक किया और कुछ ही मिनटों में उसे चोरी करके फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, 3:03 बजे तक गाड़ी कॉलोनी से बाहर निकाली जा चुकी थी। एक व्यक्ति मोटरसाइकिल चला रहा था और दूसरा पिकअप गाड़ी लेकर फरार हुआ।
पुलिस की ढिलाई और लापरवाही से नाराज पीड़ित परिवार
घटना के 15 मिनट बाद जैसे ही परिवार को चोरी की जानकारी हुई, उन्होंने तुरंत पुलिस को कॉल किया। पुलिस 15–20 मिनट में मौके पर पहुंच भी गई, लेकिन उसके बाद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस केवल खानापूर्ति कर रही है।
परिवार वालों ने बताया कि पुलिस ने कहा – “गाड़ी की तलाश की जा रही है, नाकाबंदी करवा दी गई है”, लेकिन हकीकत यह है कि घटना को 10 दिन से अधिक हो चुके हैं और अब तक न कोई आरोपी पकड़ा गया है, न ही गाड़ी का पता चल पाया है।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल, जनता में बढ़ रहा असंतोष
थाने में दर्जनों बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस की तरफ से कोई सटीक जवाब नहीं मिला। पीड़ितों ने बताया कि थाने में हर बार एक ही जवाब मिलता है – “कार्रवाई चल रही है।”
स्थानीय निवासियों ने पुलिस की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई और कहा कि अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में दिनदहाड़े भी चोरियां होना आम बात हो जाएगी।
एक ही क्षेत्र में दूसरी पिकअप गाड़ी की भी हुई थी चोरी
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इसी कॉलोनी में एक महीने पहले भी एक और पिकअप गाड़ी चोरी हो चुकी है। पीड़ित ने बताया कि उनकी गाड़ी 15 दिन तक एक ही स्थान पर खड़ी थी और उसके बाद वह भी चोरी हो गई। चोरों की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं लेकिन पुलिस अभी भी चुप्पी साधे हुए है।
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखे आरोपी, फिर भी हाथ खाली
घटना का वीडियो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुआ है जिसमें दो संदिग्ध युवक दिखाई दे रहे हैं। एक युवक बाइक पर था और दूसरा गाड़ी में बैठा। फुटेज में उनकी गतिविधियां साफ देखी जा सकती हैं। पीड़ितों ने कहा कि अगर पुलिस सीरियस होती और तकनीकी जांच में तत्परता दिखाती तो गाड़ी का पता लगाया जा सकता था।
नशे की लत भी चोरियों के पीछे एक बड़ा कारण
स्थानीय लोगों का मानना है कि क्षेत्र में नशे की प्रवृत्ति बढ़ने से चोरी की वारदातों में इजाफा हो रहा है। चोरी गई गाड़ियों को बेचकर नशे की जरूरतें पूरी की जाती हैं।

प्रशासन से मांग: जल्द से जल्द हो कार्रवाई
पीड़ित परिवार और मोहल्ले वालों ने प्रशासन से मांग की है कि CCTV फुटेज और मोबाइल लोकेशन जैसे आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए जल्द से जल्द चोरों को पकड़ा जाए और गाड़ी बरामद की जाए।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने समय रहते संज्ञान नहीं लिया तो लोगों का विश्वास पूरी तरह से उठ जाएगा।
झलको राजस्थान की अपील
Jhalko Rajasthan आप सभी पाठकों से अपील करता है कि यदि आपने इस गाड़ी या संदिग्ध व्यक्तियों को देखा हो, तो संबंधित थाना क्षेत्र या पीड़ित परिवार को तुरंत सूचना दें। साथ ही प्रशासन से निवेदन है कि ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई कर जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
निष्कर्ष:
बीकानेर के मुक्ता प्रसाद कॉलोनी की यह घटना न केवल एक गाड़ी चोरी की घटना है, बल्कि यह पूरे पुलिस तंत्र और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अगर समय रहते ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगी तो आमजन में भय और असुरक्षा की भावना और बढ़ेगी।
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