राजस्थान में एसआई भर्ती को लेकर हो रहे विवाद में, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह घटना उस समय हुई जब हनुमान बेनीवाल और उनके समर्थक मुख्यमंत्री आवास के घेराव के लिए पहुंचे थे। पुलिस की कार्रवाई के बाद समर्थकों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, और मामले ने तूल पकड़ लिया।

एसआई भर्ती का मामला और हनुमान बेनीवाल का विरोध
राजस्थान सरकार द्वारा एसआई भर्ती में गड़बड़ी की शिकायतों के बीच हनुमान बेनीवाल ने बार-बार विरोध किया है। बेनीवाल और उनकी पार्टी आरएलपी (रालोपा) ने आरोप लगाया कि एसआई भर्ती में पारदर्शिता की कमी है और यह युवाओं के हितों को प्रभावित कर रही है। हनुमान बेनीवाल ने इसे लेकर कई बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की कि इस भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया जाए और नई भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत की जाए।
पुलिस की गिरफ्तारी और उसके बाद का माहौल
हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में समर्थकों का एक बड़ा दल मुख्यमंत्री आवास की तरफ बढ़ा, और उन्होंने घेराव का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने बेनीवाल को गिरफ्तार कर लिया, जिससे विरोध प्रदर्शन और भी बढ़ गया। गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने ‘हनुमान बेनीवाल जिंदाबाद’ और ‘एसआई भर्ती रद्द करो’ जैसे नारे लगाए। कई जगहों पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस ने नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज भी किया।
रोज़ नए आंदोलनों की अपील
गिरफ्तारी के बाद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक एसआई भर्ती प्रक्रिया को रद्द नहीं किया जाता। उन्होंने अपील की कि राजस्थान के नौजवान सड़क पर उतरें और इस मुद्दे के खिलाफ आवाज़ उठाएं। उन्होंने आगामी आंदोलनों के लिए 1 लाख युवाओं को जयपुर बुलाने की बात भी की। इसके अलावा, बेनीवाल ने आगामी आंदोलन को अनिश्चितकालीन धरने के रूप में पेश किया और सभी युवाओं से समर्थन की अपील की।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज
हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी कई तीखे शब्दों में हमला किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं के हितों की अनदेखी की है और यह सरकार अब पूरी तरह से युवाओं के खिलाफ काम कर रही है। बेनीवाल ने कई बार इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार को अपनी नीतियों में सुधार करना होगा और युवाओं को न्याय देना होगा।
आरएलपी पार्टी और युवा आंदोलन
आरएलपी पार्टी ने यह साफ कर दिया कि यह आंदोलन सिर्फ एक पार्टी का नहीं, बल्कि राज्यभर के लाखों युवाओं का आंदोलन है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे किसी भी परिस्थिति में अपने अधिकारों की रक्षा करेंगे। उनके अनुसार, इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य केवल एसआई भर्ती रद्द करना नहीं, बल्कि राज्य में रोजगार के अन्य अवसरों को बढ़ावा देना भी है।
नौजवानों को एकजुट होने की अपील
हनुमान बेनीवाल ने युवाओं से अपील की है कि वे सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही एसआई भर्ती रद्द नहीं की, तो यह आंदोलन और भी बड़ा हो जाएगा। इसके अलावा, बेनीवाल ने राजस्थान के सीएम से सवाल किया कि वे किस हक से युवाओं की नफरत की अनदेखी कर रहे हैं।
आंदोलन में और वृद्धि की संभावना
हनुमान बेनीवाल का यह आंदोलन अब और भी बढ़ सकता है, क्योंकि उन्होंने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में युवाओं से मिलकर और अधिक समर्थन जुटाने की बात की है। इसके साथ ही, उन्होंने आगामी दिनों में धरना-प्रदर्शन को और तेज करने का एलान किया है।
निष्कर्ष
हनुमान बेनीवाल और उनकी पार्टी आरएलपी का यह आंदोलन अब राजनीतिक तूल पकड़ चुका है। सरकार पर दबाव बनाने के लिए आरएलपी ने कई बड़े कदम उठाए हैं, और इस आंदोलन में अब लाखों लोग शामिल हो सकते हैं। यह देखना होगा कि राजस्थान सरकार इस स्थिति से कैसे निपटती है और क्या वह हनुमान बेनीवाल की मांगों को स्वीकार करती है या नहीं।
