Jhalko Rajasthan | चूरू – चूरू जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहाँ एक बेटे ने रुपयों के लिए अपने ही पिता पर लाठियों से हमला कर दिया। यह घटना चूरू के वार्ड 46 क्षेत्र की बताई जा रही है, जहाँ चिरंजीलाल सैनी नामक वृद्ध किसान पर उसके बेटे सुनील ने गंभीर हमला किया।

पिता ने किया इनकार, बेटे ने कर दी पिटाई
चिरंजीलाल सैनी ने हाल ही में सरसों की फसल बेची थी, जिससे उन्हें ₹1.5 लाख की आमदनी हुई। बताया जा रहा है कि यह पैसा खेत के बीज और खेती से संबंधित कर्ज चुकाने के लिए था। इसी दौरान उनके छोटे बेटे सुनील ने पिता से पैसों की मांग की, लेकिन जब चिरंजीलाल ने रुपये देने से इनकार कर दिया तो गुस्साए बेटे ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया।
हमले में चिरंजीलाल के सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं। उन्हें तुरन्त डीबी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनके सिर में सात टांके लगाए।
बड़ा बेटा बना फरिश्ता, छोटा बेटा बना खलनायक
इस घटना में जहां एक बेटा अपने पिता पर हमलावर बन बैठा, वहीं दूसरे बेटे पवन ने घायल पिता को अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई। इस घटनाक्रम ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया कि एक ओर राम जैसे पुत्र हैं जो पिता के वचन के लिए 14 वर्षों का वनवास ले लेते हैं, और दूसरी ओर ऐसे कलयुगी बेटे हैं जो रुपये के लिए पिता पर लाठियों से हमला कर देते हैं।
काकलासर गांव में करंट लगने से युवक झुलसा
इसी दिन की दूसरी बड़ी खबर चूरू तहसील के काकलासर गांव से है, जहाँ एक युवक कूलर चालू करते समय तेज करंट की चपेट में आ गया। युवक का नाम जुगल सिंह बताया जा रहा है। करंट लगने से उसके हाथ-पैर बुरी तरह झुलस गए। परिजन उसे तत्काल डीबी अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में लेकर पहुंचे, जहाँ उसका इलाज जारी है।
गर्मी के मौसम में अक्सर लोग कूलर या पंखा चालू करते समय सावधानी नहीं बरतते, जिससे करंट लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में नागरिकों को बिजली से जुड़े उपकरणों के संचालन में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।
चूरू शहर में अतिक्रमण के खिलाफ ज्ञापन
तीसरी खबर सामाजिक संगठन ‘चूरू एकता मंच’ और ‘जन कल्याण ट्रस्ट’ से जुड़ी है। कार्यकर्ताओं ने चूरू नगर परिषद आयुक्त अनुपस्थिति में अधिकारी पूर्णिमा यादव को ज्ञापन सौंपते हुए शहर में बढ़ते अतिक्रमण पर नाराज़गी जताई।
एकता मंच के अध्यक्ष सलीम खान ने बताया कि पहले जिला कलेक्ट्रेट परिसर तक अतिक्रमण हटाने का अभियान सफल रहा, लेकिन अब फिर से वहीं स्थाई अतिक्रमण हो गया है। नया बस स्टैंड, पंखा सर्किल और सुभाष चौक–गढ़ चौराहा तक अवैध कब्जों के कारण आमजन को परेशानी हो रही है।
उन्होंने मांग की कि इन क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया जाए और आदेशों की अवहेलना करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

निष्कर्ष
चूरू जिले में आज की खबरें हमें एक ओर पारिवारिक मूल्यों के पतन की कहानी सुनाती हैं तो दूसरी ओर सामाजिक जिम्मेदारियों की झलक भी दिखाती हैं। झलको राजस्थान आपसे अपील करता है कि समाज में आपसी विश्वास, सद्भाव और कानून का सम्मान बनाए रखें।
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