होली पर अब नहीं रहेगा स्किन एलर्जी का डर, वन विकास अभिकरण उदयपुर ने पेश किए ऑर्गेनिक गुलाल

उदयपुर: होली का त्योहार रंगों का पर्व होता है, लेकिन बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त रंग हमारी त्वचा और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस समस्या का समाधान लाया है उदयपुर वन विकास अभिकरण, जिसने 100% प्राकृतिक और ऑर्गेनिक हर्बल गुलाल तैयार किए हैं। ये गुलाल पूरी तरह से जैविक तरीके से बनाए गए हैं, जिससे त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
कैसे बनाए जाते हैं ये हर्बल गुलाल?
वन विकास अभिकरण उदयपुर के अधिकारियों के अनुसार, इन रंगों को तैयार करने की प्रक्रिया लंबी लेकिन पूरी तरह से प्राकृतिक है।
- सामग्री का संग्रहण:
- जंगलों से विभिन्न प्रकार के फूल, पत्तियां और प्राकृतिक तत्व इकट्ठा किए जाते हैं।
- गुलाब, अमलतास, पलाश और खाकरा जैसे फूलों का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है।
- फूलों को उबालना:
- इकट्ठा किए गए फूलों को गर्म पानी में उबाला जाता है ताकि उनका रस निकल सके।
- रंग निकालने की प्रक्रिया:
- फूलों से निकाले गए रस को सुखाया जाता है और फिर इसे विशेष रूप से तैयार किए गए पाउडर में मिलाया जाता है।
- यह पाउडर प्राकृतिक गंध युक्त और त्वचा के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
- छंटाई और पैकिंग:
- तैयार गुलाल को अच्छी तरह छानकर पैक किया जाता है और बाजार में उपलब्ध कराया जाता है।
इन हर्बल रंगों की खासियत क्या है?
✅ 100% प्राकृतिक और ऑर्गेनिक ✅ त्वचा और बालों के लिए सुरक्षित ✅ बच्चों और संवेदनशील त्वचा वालों के लिए आदर्श ✅ कोई केमिकल या सिंथेटिक रंग नहीं ✅ खुशबूदार और मुलायम टेक्सचर
वन विकास अभिकरण के अधिकारियों ने बताया कि इन गुलालों में किसी भी प्रकार के केमिकल्स का उपयोग नहीं किया गया है। इनका उपयोग करने से त्वचा पर किसी भी प्रकार की जलन या एलर्जी नहीं होगी।
होली के दौरान कैसे पहचानें असली हर्बल गुलाल?
बाजार में कई ब्रांड्स हर्बल गुलाल के नाम पर मिलावटी रंग बेचते हैं, इसलिए इन्हें खरीदते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
✔ सुगंध – असली हर्बल गुलाल में प्राकृतिक फूलों की सुगंध होती है। ✔ टेक्सचर – यह बहुत मुलायम होता है और त्वचा पर किसी भी प्रकार की चुभन महसूस नहीं होती। ✔ पानी में घुलने की क्षमता – यह रंग आसानी से पानी में घुल जाता है और धोने पर बिना किसी दाग के साफ हो जाता है। ✔ ब्रांड और प्रमाणपत्र – वन विभाग या अन्य प्रमाणित संगठनों द्वारा जारी किए गए हर्बल गुलाल को ही खरीदें।
कहां मिलेंगे ये प्राकृतिक गुलाल?
इस बार उदयपुर वन विकास अभिकरण ने शहर के कई स्थानों पर स्टॉल लगाए हैं, जहां से आप ये ऑर्गेनिक गुलाल खरीद सकते हैं। प्रमुख विक्रय केंद्र:
📍 सीसीएफ ऑफिस, उदयपुर
📍 देवला, उदयपुर
📍 सिटी सेंटर मार्केट
इन हर्बल गुलालों की कीमत भी बहुत वाजिब रखी गई है। 500 ग्राम गुलाल की कीमत मात्र ₹200 रखी गई है, जिससे हर कोई इसे खरीद सके।

स्थानीय आदिवासी समुदाय को मिला रोजगार
इन हर्बल गुलालों के निर्माण से स्थानीय आदिवासी समुदाय को भी बड़ा लाभ हुआ है। वन विकास अभिकरण के अंतर्गत कार्यरत समिति के सदस्य मिलकर इन गुलालों को तैयार करते हैं। इससे उन्हें आर्थिक सहायता और स्थायी रोजगार भी प्राप्त हो रहा है।
होली पर अपनाएं ऑर्गेनिक गुलाल और सुरक्षित बनाएं त्योहार
बाजार में मिलने वाले मिलावटी रंगों की तुलना में उदयपुर वन विभाग द्वारा निर्मित हर्बल गुलाल पूरी तरह से सुरक्षित हैं। यह न केवल हमारे स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।
इस होली पर केमिकल युक्त रंगों को छोड़कर प्राकृतिक रंगों को अपनाएं और एक सुरक्षित, खुशहाल और हरित होली मनाएं।
🎉 झलको राजस्थान की ओर से आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं! 🎉