चूरू: राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर भीषण सड़क हादसा
राजस्थान के राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर चूरू-सादुलपुर मार्ग पर सोमवार को भीषण सड़क हादसा हुआ। एक ट्रक और एंबुलेंस की टक्कर में दो व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना इतनी भयानक थी कि एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया।

घटना का विवरण
यह हादसा चूरू के राजू की ढाणी गांव के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, सादुलपुर निवासी 30 वर्षीय सीमा उर्फ बबली पत्नी जगदीश कुमार की तबीयत अधिक बिगड़ने पर उसे एंबुलेंस से बीकानेर ले जाया जा रहा था। एंबुलेंस में शिवकुमार, रतनलाल और सुमन भी सवार थे। एंबुलेंस को खारिया, हाल राजगढ़ निवासी 35 वर्षीय राजेश गोदारा चला रहे थे।
जब एंबुलेंस राजू की ढाणी गांव के पास पहुंची, तो चूरू की ओर से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने एंबुलेंस को जोरदार टक्कर मार दी। सड़क निर्माण के कारण एक रूट बंद था, जिसके चलते ट्रैफिक वन-वे हो गया था, और यह हादसा हो गया।
मौके पर राहत और बचाव कार्य
दूधवाखारा के गौ सेवक विक्की और उनकी टीम ने तीन घायलों — 32 वर्षीय रतनलाल, 30 वर्षीय सुमन देवी और 45 वर्षीय शिवकुमार को चूरू के राजकीय भरतीया अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान शिवकुमार की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल रतनलाल और सुमन को प्राथमिक इलाज के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया।
एक और दुर्घटना: दो बाइकों की भिड़ंत
राजलदेसर में सिसिया रोड पर भीषण दुर्घटना में दो बाइकों की आमने-सामने से टक्कर हो गई। इस हादसे में 12वीं कक्षा के छात्र 19 वर्षीय मूलचंद की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, देवेंद्र जाट, रामचंद्र जाट और तारा मणी जाट गंभीर रूप से घायल हो गए। इन सभी को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया।

प्रशासन का बयान
राजलदेसर चौकी प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि देवेंद्र और मूलचंद राजलदेसर से सिसिया की ओर जा रहे थे, जबकि रामचंद्र राजलदेसर की ओर से आ रहे थे। इसी दौरान दोनों बाइकों की आमने-सामने से जोरदार टक्कर हो गई, जिससे बाइक सवार सड़क पर गिर पड़े। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच शुरू की।
निष्कर्ष:
चूरू और आसपास के क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं चिंताजनक हैं। ट्रैफिक नियमों का पालन न करना और सड़क निर्माण के दौरान उचित संकेतों का अभाव ऐसे हादसों का कारण बनते हैं। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर इस दिशा में काम करने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।