जयपुर, झलको राजस्थान | राजस्थान की राजनीति में गरमाई बहस के बीच, आरएलपी नेता हनुमान बेनीवाल ने अपने बयान को लेकर उठे विवादों पर खुलकर सफाई दी है। राजपूत और मुगलों पर दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किए जाने से नाराज बेनीवाल ने कहा कि उन्होंने कभी किसी जाति को टारगेट नहीं किया।

करणी सेना पर तीखा पलटवार: “क्या करणी सेना बैठा हूं? जिंदा आपके सामने हूं”
बेनिवाल ने करणी सेना द्वारा उनके खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन और विरोध पर भी सीधा जवाब दिया। उन्होंने कहा,
“करणी सेना कह रही है आंदोलन करेंगे, तो करो… मना कौन कर रहा है? 2015 में मुझ पर हमला किया गया था, फिर भी मैं रुका नहीं। क्या मार दिया क्या? मैं आज भी जिंदा हूं और सामने खड़ा हूं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि
“सेना तो देश की होती है, ये जातियों के नाम पर जो सेनाएं बनाई जा रही हैं, वो समाज को बांटने का काम कर रही हैं।”
बीजेपी पर गंभीर आरोप: “आईटी सेल को लगा रखा है जाट-राजपूत झगड़ा कराने में”
हनुमान बेनीवाल ने भारतीय जनता पार्टी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि बीजेपी की पूरी आईटी सेल को “जाट बनाम राजपूत” का मुद्दा भड़काने में लगा दिया गया है। उन्होंने कहा,
“मैंने बयान दिया क्या? और उसे तोड़-मरोड़कर पूरे देश में जाति का रंग देकर फैलाया गया। बीजेपी मुझे खलनायक बनाने की साजिश कर रही है।”
दिया कुमारी और औरंगजेब वाले बयान पर प्रतिक्रिया
राजस्थान की राजघराने की सदस्य और सांसद दिया कुमारी को लेकर राजेंद्र हुड्डा द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान पर बेनीवाल ने कहा,
“जब उन्होंने औरंगजेब को दिया कुमारी का फूफा बताया, तब कोई कुछ नहीं बोला। मैं जब मुगल की बात करता हूं तो इतनी मिर्ची क्यों लगती है?”
25 मई को जयपुर में हल्ला बोल रैली की तैयारी
बेनिवाल ने 25 मई को जयपुर में “हल्ला बोल” रैली का ऐलान करते हुए कहा,
“1 लाख युवा राजधानी में जुटेंगे। आरपार की लड़ाई होगी। प्रधानमंत्री आवास तक मार्च करेंगे। मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, मैं यहीं हूं। मेरे एक ट्वीट पर हजारों नौजवान जुटते हैं।”
उन्होंने आगे कहा,
“राजस्थान के हर जिले से युवा आएंगे। 46 डिग्री तापमान में भी नौजवान डटे हुए हैं। ये संघर्ष उनका है जिनका भविष्य एसआई भर्ती और आरपीएससी से जुड़ा है।”
पेपर लीक मामलों में सरकार पर हमला: “नेता ही करवा रहे हैं सब”
राजस्थान में लगातार हो रही परीक्षा पेपर लीक घटनाओं पर बेनीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा,
“नेता ही पेपर लीक करवा रहे हैं। अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ये धंधा चलाया जा रहा है। पहले कांग्रेस और अब बीजेपी – चेहरे वही हैं, सरकारें बदली हैं।”
सरकार को चेतावनी: “अगर नहीं मानी तो सीडी और सबूत बाहर आ जाएंगे”
बेनिवाल ने यह भी कहा कि उनके पास कई सबूत और रिकॉर्डिंग्स हैं जो सरकार को कटघरे में खड़ा कर सकते हैं।

“महिलाओं के साथ नेताओं की सीडी और फोटो तक हैं। अगर मजबूर किया गया तो सब कुछ सार्वजनिक कर दूंगा।”
जातीय राजनीति पर स्पष्ट रुख: “मैं सब समाजों के लिए खड़ा हूं”
हनुमान बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी किसी जाति के खिलाफ टिप्पणी नहीं की।
“मैंने कोटा में क्षत्रिय समाज का समर्थन किया, ब्राह्मण, बनिया और राजपूतों के लिए ईडब्ल्यूएस आरक्षण मांगा। जाटों को आरक्षण मिला तो राजपूतों ने विरोध किया, लेकिन मैंने तब भी संयम रखा।”
उन्होंने कहा,
“अगर मेरे बयान से कोई समाज आहत हुआ हो तो उसे दिखाएं, मैं सफाई देने को तैयार हूं। लेकिन गलत तरीके से वीडियो काटकर पेश करना बंद करें।”
करणी सेना और जातिगत टूल्स पर दो टूक
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि
“राजस्थान को जातीय दंगों की ओर ले जाने की कोशिश की जा रही है। कुछ संगठन और नेता समाज को बांटकर अपना राजनीतिक हित साधना चाहते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा,
“मैं 27 साल से लड़ रहा हूं। डरता नहीं हूं किसी से। अगर किसी को मुझसे बहस करनी है तो सामने आए, खुलकर डिबेट करें।”
निष्कर्ष: हनुमान बेनीवाल की चेतावनी और समर्थन की अपील
हनुमान बेनीवाल का यह बयान राजस्थान की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकता है। वे स्पष्ट रूप से जातिगत राजनीति का विरोध कर रहे हैं और सरकार की असफलताओं पर सीधे सवाल उठा रहे हैं। 25 मई की रैली पर अब पूरे राज्य की निगाहें टिकी हुई हैं।
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